सायबर सेल कोरबा ने वापस कराया ठगी का रकम: बिजली कनेक्शन डिस्कनेक्ट होने का झांसा देकर किया था ठगी
कोरबा 13 नवम्बर। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा सायबर सेल के नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को निर्देशित किया गया है कि सायबर ठगी से संबंधित मामले में पीडि़त पक्ष को अधिक से अधिक सहयोग कर रकम वापसी कराए जाने का प्रयास किया जाए । अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में सायबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू एवं सायबर की टीम लगातार कार्य कर रही है। पीडि़त कलेश्वर सिंह कंवर निवासी बांकीमोंगरा के द्वारा सायबर सेल कोरबा में आकर सूचना दिया गया कि पीडि़त के मोबाइल नंबर पर मैसेज आया था कि घर का बिजली बिल जमा न होने के कारण आज शाम तक कनेक्शन काट दिया जाएगा। अत: दिए गए नंबर पर संपर्क करें ।
प्रार्थी के द्वारा उस नंबर पर संपर्क करने पर ठगों ने ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने का विकल्प देकर पीडि़त के मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर पीडि़त के मोबाइल का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लिया और पीडि़त के खाते से 76 हजार 827 रूपए ट्रांजैक्शन कर लिया । जैसे ही पीडि़त को इसकी सूचना मिली तत्काल सायबर सेल में संपर्क किया । सायबर सेल कोरबा के द्वारा पीडि़त के साथ हुए ठगी का डिटेल एनसीसीआरपी पोर्टल में अपलोड कर संबंधित बैंक को उक्त रकम को ब्लॉक कर रकम वापस करने का अनुरोध प्रेषित किया, संबंधित बैंक ने ठगी किए हुए संपूर्ण 76 हजार 827 रुपए को समुचित जांच पश्चात प्रार्थी के खाते में वापस कर दिया है ।
बढ़ते हुए साइबर अपराधों पर कार्यवाही एवम रकम वापस कराने नागरिकों की सुविधा हेतु सरकार द्वारा डिटेल पोर्टल बनाया गया है, जिसमें सभी बैंक, पेमेंट वॉलेट, थाना, सायबर सेल एवं अन्य एजेंसियां जुड़ी हुई है । जिन्हें सायबर ठगी की सूचना मिलते ही ठगों द्वारा ट्रांसफर किए गए रकम को खाते में ही ब्लॉक कर रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है । इस फोटो का लाभ मिलने लगा है। पोर्टल में उपलब्ध ईमेल एड्रेस ूूूण्बलइमतबतपउमण्हवअण्पद पर पीडि़त सीधे शिकायत दर्ज करा सकते हैं या 1930 टोल फ्री नंबर पर कर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।
सायबर ठगी के मामले में रिस्पांस टाइम का बहुत ज्यादा महत्व है, जिस तरह दुर्घटना के मामलों में घायल के जल्दी अस्पताल पहुंचने पर जीवन की संभावना बढ़ जाती है । उसी प्रकार सायबर ठगी के मामले में जितनी जल्दी पोर्टल में रिपोर्ट अपलोड किया जाएगा, रकम को ब्लॉक कर वापस कराने में सफलता मिलेगी । सायबर ठगी होने पर पीडि़त को सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराने आने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि संबंधित थाना में जाकर उक्त पोर्टल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।