छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुशील शर्मा अब नहीं रहे

कांकेर 6 अगस्त। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार और कांकेर जिले के क्रांतिकारी और मुखर पत्रकार के रूप में पत्रकारिता जगत में अपनी विशिष्ठ छवि के लिए विख्यात, मिलनसार सुशील शर्मा का शनिवार की सुबह दुखद निधन हो गया।

वह कांकेर (बरदेभाठा) के रहने वाले थे। उन्होंने अपने 60 साल के जीवन काल में 44 साल तक पत्रकार के रूप में काम किया। वे नवभारत, देशबंधु, अमृत संदेश आदि के संवाददाता भी रहे। उसके बाद 1995 से उनका अपना समाचार पत्र बस्तर बंधु 27 वर्षों तक लगातार प्रकाशित हो रहा था। उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक “बस्तर का मालिक मकबूजा कांड” पूरे देश में प्रसिद्ध थी। शर्मा जी को कई पुरस्कार भी मिले, उनके 1 पुत्र सतीज शर्मा थे, जिनका कुछ दिन पहले निधन हो गया, बेटी का नाम सिमरन शर्मा है।

आपको बता दें कि पत्रकारिता जगत में वह बिना किसी डर के जनता की बातों को आम जनता तक पहुंचाते थे। अपनी कलम से किसी भी अधिकारी, कर्मचारी या नेता के बारे में लिखने से नहीं डरते थे। उनकी कलम कभी डरती नहीं थी। कभी अधिकारियों, मंत्रियों और कर्मचारियों के सामने झुकती नहीं थी। वर्तमान में बस्तर बन्धु साप्ताहिक पत्रिकाएँ चलाते हैं। 18 दिन पहले रामकृष्ण केयर अस्पताल रायपुर में ब्रेन हेमरेज के इलाज के लिए भर्ती किये गए थे। वे अपने बेटे की मृत्यु के बाद बहुत दुखी थे। कांकेर में कुछ दिन पहले लाया गया था, जिनकी शनिवार सुबह 7 बजे जिला अस्पताल में मौत हो गई। उनके पिता श्री पवन शर्मा जी, चार भाई, बड़े भाई अनिल शर्मा, छोटे भाई दीपक शर्मा और अनूप शर्मा सहित भर पूरा परिवार है। स्वर्गीय सुशील शर्मा अस्वस्थ होने के तीन दिन पहले ही कोरबा आये थे। न्यूज़ एक्शन परिवार से उनका सालों पुराना सम्बन्ध था। उन्होंने न्यूज़ एक्शन परिवार के साथ काफी बजट बिताया। अगले दिन वे सरगुजा प्रवास पर चले गए, जहां से वापसी में उनकी तबियत बिगड़ गई।

न्यूज़ एक्शन परिवार की हार्दिक श्रद्धांजलि………!

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