झुंड से अलग होकर 32 हाथी पहुंचे कठमोरगा, ग्रामीणों में दहशत

कोरबा 20 जुलाई। वनमंडल कटघोरा में हाथी समस्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। यहां का जंगल हाथियों को भा गया है, सो वे लंबे समय से डेरा जमाए हुए हैं। हाथियों का दल कभी पसान रेंज में पहुंच जाता है तो कभी केंदई व एतमानगर परिक्षेत्र में हाथियों की लगातार मौजूदगी से क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं। उन्हें यह डर सदा लगा रहता है कि पता नहीं कब हाथी उनके क्षेत्र में पहुंच जाए और मकान व फसलों को नुकसान पहुंचाकर दिक्कतें पैदा कर दे। कई बार हाथियों के कारण उनकी जान पर भी बन आती है।

ग्रामीणों द्वारा हाथी समस्या की स्थाई समाधान के लिए प्रशासन व वन विभाग के अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन न तो वन विभाग ही इसका कोई समाधान निकाल सका है और न ही प्रशासन। जिससे ग्रामीण हाथी समस्या को झेलने व इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने को मजबूर हैं। अब तक 48 हाथियों के दल ने केंदई रेंज में डेरा डाल रखा था और ग्रामीणों के मकान व फसल को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहा था। इन हाथियों के झुंड में से लगभग 32 हाथी अलग होकर मंगलवार की रात केंदई रेंज की सीमा को लांघकर एतमानगर क्षेत्र के कठमोरगा जंगल पहुंच गए। हाथियों ने यहां तत्काल कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन उत्पात की संभावना को देखते हुए वन विभाग का अमला सतर्क हो गया है। एतमानगर रेंजर मनीष सिंह ने बताया कि हाथियों के उनके रेंज में पहुंचने की सूचना मिल गई है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल हाथियों की मौजूदगी वाले कठमोरगा जंगल में पहुंचकर उसकी निगरानी में जुट गई है। वन विभाग द्वारा लगातार हाथियों की निगरानी की जा रही है। विभाग द्वारा मुनादी कराकर आसपास के गांव के ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। ग्रामीणों से कहा जा रहा है कि क्षेत्र के जंगल में बड़ी संख्या में गजदल पहुंच गए हैं और विचरण कर रहे हैं। अतरू इनसे दूरी बनाए रखें। उधर केंदई रेंज के परला सर्किल में अभी भी 16 हाथी घूम रहे हैं। इन हाथियों ने भी फिलहाल कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।

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