ग्रामीणों ने अंबिका कोयला खदान का किया विरोध

कोरबा 3 जुलाई। एसईसीएल की कोरबा क्षेत्र अंतर्गत अंबिका ओपन कास्ट खदान के प्रभावित 198 काश्तकारों ने मुआवजा अभी तक नहीं लिया है। उनका कहना है कि छोटे रकबे के कारण रोजगार से वंचित होना पड़ेगा। एसईसीएल व शासन उनकी सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई ठोस आश्वासन नहीं दे पा रहाए ऐसी स्थिति में किसी भी स्थिति में कोयला खदान खोलने नही दिया जाएगा।

पाली तहसील के ग्राम करतलीए तेंदुभाठा व दमिया के निजी हक की 335.19 एकड़ भूमि व राजस्व वन भूमि 15.52 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कोल बेयरिंग एक्ट के तहत साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल द्वारा किया गया है। भूमि अर्जन के एवज में 485 काश्तकारों को 26.72 करोड़ रुपये मुआवजा भुगतान किया जा चुका है और शेष 198 काश्तकारों ने मुआवजा लेने से इंकार कर दिया है। इन काश्तकारों की ग्राम करतली में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान खदान से प्रभावित होने वाले किसानों ने अपनी समस्या को रखा। उन्होंने बताया कि उनकी परिसंपतियों का मूल्यांकन करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की गैरमौजूदगी में गलत तरीके से मूल्यांकन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए उर्जाधानी भू.- विस्थापित किसान कल्याण समिति के इकाई अध्यक्ष जयपाल कुसरो ने कहा कि जल, जंगल, जमीन की रक्षा करने वाले आदिवासी किसानों की जमीन को देश हित का हवाला देकर लिया जा रहा है। कोयला उत्खनन क्षेत्र में यह समस्या ज्यादा है, जिसमें 10-15 वर्षो तक जमीन को बंधक बनाकर किसानों को प्रताडि़त किया जाता है।उन्होंने कहा कि सन 2012 के बाद लाइ गई कोल इंडिया पालिसी के कारण छोटे रकबे वाले किसानों को रोजगार से वंचित कर दिया गया है। पुनर्वास नीतियों का खुला उल्लंघन कर विस्थापित होने वाले परिवारों की अधिकारों का हनन किया जा रहा है ऐसे परिवारों को मूलभूत सुविधा नही दिया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता। कुसरो ने बताया कि मैदानी संघर्ष को तेज करने की योजना भी बनाई जा रही है और जल्द ही आंदोलन शुरू किया जाएगा। बैठक में प्रमुख रूप से रामबिहारी जायपाल सिंह खुसरो, बलराम शंकर सिंह, भरत सिंह, प्रहलाद सिंह, मथुर सिंह, रघुनन्दन, सहस बलराम, भगवान सिंह, हीरा सिंह टेकाम, हेम सिंह, राम सिंह,कल्याण सिंह कृपा राम, धजा राम, ईश्वर सिंह, पवन सिंह, हीरा खुसरो, मनोज कुमार, दिल बोध सिंह, जनकराम भोग सिंह, बंधन सिंह, गेंदराम, नारायण सिंह, शिवनारायण र्पोते, नंद कुमार सलाम, नंद कुमार मरावी महेत्तर कर्पे, विक्रम सिंह व अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।

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