कोरोना काल मे गिलोय, नीम, तुलसी का सेवन अमृत तुल्य- डॉ. नागेन्द्र शर्मा
कोरबा 5 अगस्त। प्राकृतिक सम्पदा को सम्पुष्ट करने, पर्यावरण का संरक्षण करने तथा लोक स्वास्थ्य परम्परा सम्वर्धन अभियान अन्तर्गत आयुर्वेद मनीषी आचार्य श्री बालकृष्ण के जन्म दिवस को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाते हुए जड़ी बूटी एवं औषधीय पौधों का निशुल्क वितरण पतंजलि चिकित्सालय दुकान क्रमांक 10 निहारिका रोड कोरबा में 4 अगस्त 2020 मंगलवार को प्रात 7 बजे से 10 बजे तक किया गया। सर्वप्रथम भारत माता एवं आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धन्वन्तरी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर एवं आचार्य बालकृष्ण तथा स्वामी रामदेव के तैल्य चित्र पर तिलक कर उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर अंचलवासियों को औषधीय पौधों की महत्ता बताते हुये पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के आजीवन सदस्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने गिलोय, नीम, तुलसी, एलोवेरा एवं आंवले को धरती के पांच अमृत बताते हुए कहा कि इनका दैनिक जीवन में नित्य उपयोग करने वाले व्यक्ति कभी भी रोगी नही होता। साथ ही उन्होंने कोरोना काल मे कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिये गिलोय नीम एवं तुलसी के नित्य सेवन को अमृत तुल्य बताया।
अंचलवासी औषधीय पौधों को प्राप्त कर उनकी प्रयोगविधि के बारे में जानकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये पतंजलि चिकित्सालय के संचालक डॉ. नागेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस जड़ी बूटी समारोह में निशुल्क औषधीय पौधों के वितरण के कार्य को परोपकारी तथा पुण्यकारी बताते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। औषधीय पौधों में गिलोय, तुलसी, नीम, एलोवेरा, आंवला, गुडमार, निर्गुण्डी, स्टीविया, हडजोड, पत्थरचट्टा, चिरायता, कालमेघ, अडूसा एवं पारिजात के उपयोगी औषधीय पौधों का वितरण कर उनके प्रयोग विधि एवं लाभ के बारे में जानकारी भी पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा द्वारा निशुल्क प्रदान की गई। समापन के पूर्व आयुर्वेद मनीषी आचार्य श्री बालकृष्ण की लम्बी आयु के लिए सभी ने महामृत्युन्जय मन्त्र का 5 बार जाप करते हुये उनके स्वस्थ मंगलमय जीवन की कामना परमपिता से की।