निकाले गए कामगार आमरण अनशन पर बैठे

कोरबा 14 जनवरी। दीपका खदान के साइलो व सीएचपी से निकाले गए मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने समेत अन्य मांगो को लेकर मजदूरों व ग्रामीणों ने आमरण अनशन के साथ श्रमिक चौक में पंडाल लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल की दीपका खदान में साइलो व सीएचपी के मेंटेनेंस व रखरखाव का का जिम्मा आंध्रप्रदेश की नागार्जुन कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने कार्य संभालने के बाद पहले से कार्यरत सौ मजदूरों को काम से निकाल दिया था। विरोध के बाद कुछ मजदूरों को काम पर रखा गया, लेकिन अन्य मजदूरों को काम पर नहीं लिया। इससे नाराज मजदूरों द्वारा उर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। मांगों को पूरा नहीं करने पर उर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति ने ठेका मजदूरों के साथ एसईसीएल प्रबंधन और ठेका कंपनी नागार्जुन ठेका कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरूवार से आमरण अनशन की शुरुआत कर दी।

संगठन के दीपका कार्यवाहक अध्यक्ष प्रकाश कोर्राम व अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने बताया कि आगामी 72 घंटो तक अन्ना जल त्याग कर पूर्णतः शांतिपूर्ण आमरण अनशन किया जाएगा। प्रबंधन को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि मांग पूर्ण न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, बावजूद प्रबंधन ने बचे हुए कामगारों को वापस काम पर रखने से इंकार कर दिया।

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