झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर एएसआई ने लिये 20 हजार

कोरबा 10 जनवरी। जिले के उरगा थाना में पदस्थ एक एएसआई ने स्वास्थ्य कर्मचारी को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 20 हजार रूपये झटक लिये। पीड़ित स्वास्थ्य कर्मी ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस कप्तान से करते हुये एएसआई पर कार्रवाई किये जाने की मांंग की है।

पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को सोमवार को प्रेषित शिकायत में सरवन कुमार पिता शिव सिंह नेताम उम्र 48 वर्ष निवासी नोनबिर्रा ने कहा है कि आवेर्दिक स्वस्थ्य केन्द्र में बतौर स्वास्थ्य कर्मी पदस्थ्स है। गत पहले जनवरी को वह मार्निग वॉक पर निकला था तभी उरगा थााना में पदस्थ एएसआई खांडे सहयोगियों के साथ नोनबिर्रा पहुंचे । तथा थाने चलने को कहा जब उसने इसका कारण पूछा तो एएसआई ने कहा कि तुमसे कुछ पुछताछ करना है । पुछताछ के बाद छोड़ दिया जायेगा। थाने ले जाने के बाद उसने भेलवाटाक निवासी गिघौरी हाईस्कूल में पदस्थ शिक्षक, सुभी कंवर जो धारा 376 के आरोपी है। के संबंध में पुछताछ की पुछताछ के दौरान जब उसने बताया कि शिक्षक स्वाथ्य केन्द्र आता जाता था। इसलिए उससे थोड़ा बहुत परिचय था। उसके बारे में ज्यादा जानकारी नही है। तब एएसआई द्वारा गाली-गलौच करते हुये अपराधी को शरण देने का आरोप लगाया और अभ्रद व्यव्हार किया। जब उसने इसका विरोध किया तो पुलिस अधिकारी ने कहा कि यदि तुम्हे बचना है दो खोखा देना पड़ेगा खोखा के बारे में जब अनभिज्ञता जताने पर अधिकारी ने स्पष्ट तौर पर 1 लाख रूपये देने की मांग की । जब उसने अपने पास इतने रूपये नही होने का हवाला दिया तो कहा गया कि कुछ तो देने ही पड़ेगा तभी घर जाने देगे। पुलिस अधिकारी की मांग पर उसने अपने साथी सें 20 हजार रूपये उधारी लेकर प्रदान किया । थाने से छोड़ते वक्त कहा गया कि शेषराशि जल्दी से देना नही तो पीड़िता को बुलाकर तुम्हारे खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कर दुगा। उसके बाद भी तुम्हारा बाप भी नही बचा पायेगा। स्वास्थ्य कर्मी ने कहा है कि पुलिस की इस धमकी के बाद से वह विचलित है और उसे झूठे मामले में फं सा कर प्रताड़ित किये जाने का भय सदा सता रहा है। अतः मांग है कि दोषी के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई कर मुझे राहत दिलाये। शिकायत पत्र की प्रति आईजी बिलासपुर को भी सौंपी गयी है।

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