जनदर्शन कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने वाले पहले एसपी बने भोजराम पटेल
राजपत्रित अधिकारियों के लिए भी दिवस निर्धारित, थाना प्रभारियों के द्वारा भी गांव में जाकर किया जाएगा समस्याओं का निराकरण
महिला, बुजुर्ग एवम बच्चों से सम्बंधित शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता से किए जाएंगे
कोरबा 6 नवम्बर। मुख्यमंत्री द्वारा विगत दिनों एसपी, आईजी कॉन्फ्रेंस में आम जनता की समस्याओं को सुनने एवम निराकरण करने हेतु जनदर्शन लगाने के निर्देश दिए गए। इस निर्देश का राज्य में सबसे पहले पालन करते हुए कोरबा पुलिस अधीक्षक कोरबा भोज राम पटेल ने जनदर्शन लगाने का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भोजराम पटेल प्रति मंगलवार को समय 11 बजे से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में स्वयं आम जनता से मिलकर समस्याओं का समाधान करेंगे, प्रति शनिवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आम जनता से मुलाकात कर समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
इसी प्रकार अनुविभाग स्तर पर नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा अपने कार्यालय में गुरुवार एनगर पुलिस अधीक्षक दर्री द्वारा अपने कार्यालय में बुधवार एवम एसडीओपी कटघोरा द्वारा शुक्रवार को अपने कार्यालय में जनदर्शन कार्यक्रम रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त ग्रामीण थानाध् चौकी के प्रभारी
सप्ताह में 3 दिवस एवम शहरी थानाध् चौकियों के प्रभारी सप्ताह में 2 दिवस चलित थाना लगाकर आम जनता की समस्याओं का निराकरण करेंगे।
कार्यक्रम में प्राप्त होने वाले शिकायतों के मॉनिटरिंग हेतु उप
पुलिस अधीक्षक मुख्यालय के अधीन मॉनिटरिंग सेल बनाया जाएगा जो प्राप्त होने वाले शिकायतों का सतत मॉनिटरिंग करेंगे। जनदर्शन में प्राप्त होने वाले शिकायतों में महिला, बुजुर्ग एवम बच्चों से सम्बंधित शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही किये जाने बाबत निर्देश दिए गए हैं। थाना चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि चलित थाना लगाने हेतु उन ग्रामों
को प्राथमिकता दिया जाए जहां पर विवाद ज्यादा होते हों।
यह भी निर्देशित किया गया है कि जनदर्शन में प्राप्त शिकायत के संधारण हेतु एक रजिस्टर बनाया जाए, प्रति सप्ताह प्राप्त निराकृत होने वाले शिकायतों के सम्बंध में जानकारी आम जन को समाचार पत्र-प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिया जाए।