ननकीराम कंवर के खत का ऐसा असर, पकड़े जाने लगे स्याह दुनिया के खिलाड़ी, मामला जानकर दंग रह जाएंगे आप

मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है, कि दिनांक 10जून 2020 को प्रार्थी नागेश्वर राठौर ने एक लिखित आवेदन पत्र पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया की श्री हॉस्पिटल नर्सिग एवं पैरामेडिकल कॉलेज उरगा में डब्लू.डब्लू.एच.ओ. वेबसाईट के माध्यम से 970 पदों की भर्ती हेतु जानकारी मिलने पर जनवरी 2019 में यह श्री हॉस्पिटल उरगा जाकर पता किया जहां चेयरमेन वासुदेव गुप्ता, संचालक चन्द्रशेखर पाण्डेय, विवेक यादव,कृष्णा पटेल, संतोष साहू, खेमिन दिवान लोगो से जाकर मिला जो बताये कि डिप्टी मेनेजर का पद खाली है। मैंने उस पद के लिए आवेदन किया तथा 350 रू. का डी.डी. दिया और उनसे बाद 45,000 रूपए श्री हॉस्पिटल उरगा में नौकरी के नाम पर दिया तथा इसके साथी अन्य लोग भी नौकरी के नाम पर कोई 50,000 रूपए कोई 70,000 रूपए से लेकर 03 लाख रूपए तक दिये है। जो उन लोगों के द्वारा नौकारी के नाम पर ठगी की गई कुछ लोगो को नौकरी पर रखकर बिना वेतन के कार्य कराया गया। कि प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध सदर कायम कर विवेचना की गई।
विवेचना के दौरान संकलित साक्ष्य पर पाया गया कि श्री हॉस्पिटल नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज का न तो रजिस्ट्रेशन हुआ है, न ही नर्सिंग एक्ट के नियमों का पालन किया गया है। प्रकरण मे आरोपी घटना दिनांक से घटना घटित कर फरार था। जो पुलिस के द्वारा अथक प्रयास कर आरोपी को माहुल जौनपुर उत्तर प्रदेश से खोज निकाला।
प्रकरण मे अब तक की जांच पर पाया गया कि आरोपियों द्वारा क्षेत्र से लगभग 01 करोड़ रूपए से भी अधिक की रकम लोगों से लेकर नौकरी लगाने के नाम पर कई बेरोजगार लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है। प्रकरण में अन्य फरार आरोपियों कीशीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी। पूर्व में फर्जी डब्लूडब्लू एच.ओ. के चेयर पर्सन वासुदेव गुप्ता को गिरफ्तार कर सिट पर जेल भेजा जा चुका है।
