कल से श्रावण मास प्रारंभ, महादेव में जल अर्पित नहीं कर सकेंगे भक्त

कोरबा 24 जुलाई। सावन सोमवार पर इस बार भी बाबा कनकेश्वर महादेव को जल अर्पित करने का अवसर कांवड़ियों को नहीं मिल सकेगा। कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए दर्शनार्थियों को मंदिर के भीतर प्रवेश नहीं मिलेगा और उन्हें बाहर से ही महादेव को नमन-वंदन कर लौटना होगा। पर्व पर वर्षों से लगने वाला सावन का मेला इस बार भी नहीं लग सकेगा।

जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर कनकेश्वरधाम कनकी में श्रावण मास पर प्रतिवर्ष मेले का आयोजन होता रहा है। श्रावण सोमवार को कनकेश्वर महादेव के दर्शन के लिए दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं एवं कतार में खड़े होकर जलाभिषेक करते हैं। पर इस वर्ष न यहां मेला लगेगा, न दुकानें ही सजेंगी। दर्शनार्थी दूर से कनकेश्वर महादेव का दर्शन कर सकते हैं। दर्शनार्थियों को गर्भ-गृह में प्रवेश की अनुमति नही होगी। मंदिर में भंडारा सहित रूद्राभिषेक जैसे कार्यक्रम पर पूर्णरूप से प्रतिबंध रहेगा। युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति के सदस्यों ने कहा कि मंदिर जाने के इच्छुक दर्शनार्थी कोविड नियमों का पालन करते हुए दूर से ही कनकेश्वर महादेव का दर्शन कर सकते हैं। इससे संबंधित प्रशासन के सभी प्रोटोकाल का सभी को पालन करना होगा। मंदिर एवं परिसर में भीड़-भाड़ नहीं होने दिया जाएगा। कोरोना वायरस की रोकथाम और लोगों की सुरक्षा के लिए श्रावण मास पर्व पर लगने वाले मेले में दुकान, होटल, सर्कस एवं कई स्थानों पर भंडारे के आयोजन पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति ने मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रवासियों को भारी भीड़ न करने और जनहित में निर्धारित नियमों का पालन करते हुए व्यवस्था बनाए रखने सहयोग का आग्रह किया है।

मंदिर प्रबंधक एवं पुजारी पुरूषोत्तम प्रसाद ने कहा कि समय-समय पर लोगों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्यहित को सर्वोपरी रखते हुए लाकडाउन घोषित किए गए। देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए शासन-प्रशासन की ओर से प्रोटोकाल बनाया गया है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए इन नियमों का पालन सभी के लिए अनिवार्य हो जाता है। लोगों को शारीरिक दूरी बनाने सहित मास्क लगाने एवं साबुन से बार-बार हाथ धोने की अपील की जा रही है, जिसके मद्देनजर सभी श्रद्धालु घर में रहकर ही पूजा अर्चना करेंगें एवं अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करेंगे।

मंदिर प्रबंधन का कहना है कि कनकेश्वर मंदिर में भीड़.भाड़ न हो, इसके लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है। इस बार 25 जुलाई को श्रावण मास प्रारंभ हो रहा है। श्रावण मास पर्व पर मंदिर में सावन महीने भर विशेष पूजा अर्चना जैसे पंचोपचार, शोडषोपचार, रूद्राभिषेक, पूजा या धार्मिक अनुष्ठान कराने के इच्छुक श्रद्धालु मंदिर प्रबंधक एवं पुजारी के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर अपना नाम, गोत्र एवं परिवार के नाम से पूजा अनुष्ठान आदि करा सकते हैं। इस तरह वे अपनी आस्था अनुरूप वैकल्पिक व्यवस्था का लाभ प्राप्त कर अपने व अपने परिवार के लिए खुशहाली की प्रार्थना भोलेनाथ से कर सकेंगे।

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