लॉकडाउन में गरीबों का सहारा बने रोहित- निशा शुक्ला

मुंगेली 2 मई। आज पूरा देश वैश्विक महामारी की चपेट में है, कोरोना को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है,वही इस विकट परिस्थिति से निपटने प्रदेश सरकार भी अपना कार्य योजना तैयार करते हुए कार्य कर रही है। साथ ही कोरोना के मामलों को काबू करने हर सम्भव प्रयास कर रही है। वही प्रदेश में जिले के कलेक्टरों को भी अपने जिलों में कोरोना के चैन को तोड़ने आवश्यक निर्देश जारी करने कहा गया है। इसी के तहत प्रदेश के अन्य जिलों की तरह मुंगेली में भी विगत 14 अप्रैल से 06 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है। लेकिन इस दौरान आवश्यक चीजों को कुछ समय के लिए छूट दिया गया है।साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा आम लोगों को घर मे ही रहने तथा कोविड के नियमों का पालन करने की अपील किया है।

वही जिले में लॉकडाउन लगने के बाद रोजगार बंद होने से गरीब परिवारों के सामने अपने परिवारों को चलाने की और उनके खानपान को लेकर विकट समस्या उतपन्न हो गयी थी। ऐसे समय में उन गरीब परिवारों के लिए मसीहा के रूप में एक शख्स सामने आया जिसके द्वारा गरीब लोगों को रोज भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। नगर के सुभाष वार्ड के युवा पार्षद रोहित शुक्ला एवँ उनकी पत्नी श्रीमती निशा शुक्ला के द्वारा आम लोगों की सेवा में पूरे तनमन से जुटे हुए हैं। रोहित शुक्ला शुरू से ही जनसेवा के कार्य करते आ रहे हैं। पिछले बार भी कोरोना की वजह से पूरे देश मे जिस तरह से लॉकडाउन हुआ था उस दौरान भी रोहित आम लोगों की मदद करने आगे आये थे और इस बार भी रोहित के द्वारा जरूरतमंद लोगों को मदद मुहैया कराते हुए इस पुनीत कार्य मे जूट हुए हैं। वही इस कार्य में जिस तरह से उनकी पत्नी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। वें अपने आप मे काबिल ए तारीफ है। रोहित की पत्नी जिस तरह से आमलोगों की सेवा में जुटी हुई है। इससे ये बात तो साबित होता है कि स्त्री को देवी का स्वरूप ऐसे ही नही माना गया है। शास्त्रों के अनुसार स्त्री चाहे जिस रूप में हो वह पूज्यनीय है। ईश्वर ने उनमें ऐसे गुण समाहित किये हैं जिसके कारण उनमें दया, ममता, करूणा की भावना एक पुरूष से कहीं अधिक है।

याद रहे कि पिछले वर्ष भी रोहित शुक्ला एवं अन्य सहयोगियों के द्वारा संस्था के माध्यम से लोगों को घर पहुंच राशन उपलब्ध करा रहे थे जिसमें सूखा राशन सामग्री के अलावा पका हुआ भोजन भी शामिल था। नगर की ही सामाजिक संस्था प्रयास अ स्माल स्टेप के सभी सदस्यों ने समर्पित भाव से लोगों की सेवा की थी जिसकी प्रशंसा समूचे नगर में हुई थी। वहीं इस वर्ष फिर जिस दिन से लाकडाउन लगा है। उस दिन से रोहित बेघर और विक्षिप्तों के लिए स्वयं भोजन बना रहे जिसमें उनकी धर्मपत्नी निशा शुक्ला भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रही है। पत्नि के ऐसे स्वरूप की प्रशंसा भी बहुत हो रही है। वही दोनो का यही मानना है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है।

वर्तमान में 30-35 लोगों को उनके निवास पर सुबह शाम भोजन मिल रहा है। साथ ही जो बेहद जररूतमंद हैं उन्हें सीमित मात्रा में सुखा राशन भी उपलब्ध करा रहे हैं। लोग इनके इस प्रयास की खूब प्रशंसा भी कर रहे हैं। साथ ही इन्हें गरीबों की दुआएं भी मिल रही है।

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