सोशल मीडिया में उठने लगी पत्रकार रोहित सरदाना की मौत की जांच की मांग

नई दिल्ली 1 मई: कोरोना वायरस संक्रमित लोकप्रिय टीवी पत्रकार और एंकर रोहित सरदाना का शुक्रवार को निधन हो गया। 24 अप्रैल को 42 वर्षीय सरदाना की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी थी। इसके छह दिन बाद ही उनकी मृत्यु हो गई। रोहित सरदाना के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित कई दिग्गज नेताओं और मीडिया संस्थानों ने शोक व्यक्त किया।तथा सोशल मीडिया पर पक्ष-विपक्ष के नेता, पत्रकार और अन्य यूजर्स रोहित सरदाना को भावुक श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

इसी रोहित सरदाना को लेकर शनिवार को ट्विटर पर #JusticeForRohitSardana, कर रहा है। इस हैशटैग को लेकर लोग रोहित सरदाना के मौत की जांच की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि, रोहित सरदाना काफी फिट इंसान थे, उनका अचानक दुनिया छोड़ना संशय पैदा करता है। ऐसे में उनकी मौत की जांच होनी चाहिए। इतना ही नहीं खुद को भाजपा का समर्थक कहने वाले अंकित जैन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, रोहित भैया राष्ट्र के लिए एक संपत्ति की तरह थे। उसे दी जाने वाली उपचार की हर लाइन को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। कुछ चीजें हैं जो इस पूरे समय काल में गड़बड़ दिखती हैं।
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, हर ट्रीटमेंट हर दवाई हर इंजेक्शन पब्लिक के सामने आना चाहिए, रोहित भैया के लाखों चाहने वाले डिज़र्व करते हैं जानना।

वहीं सुप्रीम कोर्ट के वकील और खुद को रोहित सरदाना का करीबी बताने वाले प्रशांत पटेल ने लिखा है कि, “रोहित सरदाना को डॉ तलवार द्वारा इलाज किया जाना था वह वहां मौजूद नहीं थे। रोहित की पत्नी सुबह तक डॉ पुरुषोत्तम लाल को फोन करती रहीं पर उन्होंने फोन नही उठाया। स्टेराइड मॉनिटरिंग में देना था लंग इन्फैक्शन के लिए परन्तु मॉनिटरिंग ही नहीं की किसी डॉक्टर नें।”

वहीं भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा है कि, रोहित सरदाना भाई को वो इंजेक्शन लगाया गया जो उन को सूट नही करता था, इलाज के वक़्त कोई सीनियर डॉ नही था। ये लापरवाही है या कुछ और इसकी जांच होनी चाहिए।
इसी तरह अन्य काफी लोगो ने भी सोशल मीडिया पर रोहित सरदाना के निधन की जांच की बात कही है.

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