हॉस्पिटल में एक दिन में आक्सीजन की कमी के कारण 10 कोविड मरीजों की मौत
◆ मृतको में 7 नालासोपारा के
वसई-विरार 14 अप्रैल: महाराष्ट्र ठाणे जिला के नालासोपारा में सोमवार को रिद्विविनायक अस्पताल में आक्सीजन की कमी से 10 कोरोना रोगियों की मौत हो गई। मृतकों में 7 मरीज नालासोपारा के थे। अब इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने आघाड़ी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने उद्धव सरकार से पूछा है कि, इस मौत का जिम्मेदार कौन है?
बीजेपी ने ट्विटर के जरिए ठाकरे सरकार से यह सवाल पूछा है, ‘प्रभावी योजनाओं की कमी की तिकड़ी, ठाकरे साहेब आपकी निष्क्रियता से और 12 लोगों की बलि, कितने लोगों की जान लेगी आपकी यह व्यवस्था? ठाकरे सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि तालाबंदी हमेशा राज्य की अर्थव्यवस्था और गरीबों के लिए एक विकल्प नहीं हो सकती है। इसके बजाय, सरकार को कोरोना के नियमों को कड़ा करना चाहिए और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाना चाहिए।
राज्य में पिछले कुछ दिनों से कोरोना रोगियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी है। परिणामस्वरूप, अधिकांश अस्पताल के बेड फुल हैं। कुछ स्थानों पर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी है। नतीजतन, मरीजों के परिजनों में भगदड़ मची हैं, जबकि कुछ स्थानों पर मरीजों की जान पर बन आने जैसी स्थिति है।
बता दे कि, नालासोपारा में विनायक अस्पताल और रिद्धि विनायक अस्पताल में आक्सीजन की कमी होने से 10 मरीजों की मौत हो गई है।
अस्पताल प्रशासन का कहना था कि, मरीजों की तबियत काफी खराब होने के कारण उनकी मौत हुई।
जबकि रोगियों के रिश्तेदारों का कहना है कि, कोरोना के कारण स्वास्थ्य के बिगड़ने के बावजूद समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण मरीजों की मौत हुई।
यह बात फैलते ही मरीज के परिजन अस्पताल में जमा हो गए और हंगमा करने लगे। हालांकि, तुलिंज पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को वहां से हटाया। पुलिस ने कहा कि अस्पताल को ऑक्सीजन की आपूर्ति का आश्वासन दिया गया था और मरीजों के रिश्तेदारों की शिकायत दर्ज की जाएगी।