चैत्र नवरात्र पर्व की शुरुआत, दी गई बधाई

कोरबा 13 अप्रैल। चैत्र शुक्ल प्रथमा के साथ जुड़े कई संयोग से मिलकर बने हिंदू नव वर्ष 2078 प्रतिपदा को लेकर इस बार भी सार्वजनिक आयोजन नगर और क्षेत्र में नहीं हो सके। लेकिन धर्म और संस्कृति अनुराग रखने वाले लोगों ने अपने घरों संस्थान की सजावट हिंदु प्रतीकों के माध्यम से की। इसके साथ ही यथासंभव सहूलियत के साथ अलग-अलग तरीके से शुभकामनाएं भी दी।

वर्ष प्रतिपदा के साथ हिंदू नव वर्ष का प्रारंभ हो गया चैत्र नवरात्र पर्व की शुरुआत इसी दिन से होती हैं लगातार दूसरा मौका ऐसा रहा जबकि नवरात्र पर इस इलाके में किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजन नहीं हो सके कोरोना संक्रमण इस मामले में सबसे बड़ी बाधा बना देवी मंदिरों में घट स्थापना और ज्योति कलश जरूर प्रज्वलित किए गए हैं। जिसकी अनुमति पिछले वर्ष नहीं थी। लोगों ने नवरात्रि पर अपनी सहूलियत के अनुसार व्रत करने के साथ शक्ति की उपासना की हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अन्य सहयोगी संगठन के आवाहन पर लोगों ने अपने घरों और संस्थानों में घ् और जय श्री राम अंकित भगवा ध्वज लगाएं। इसके साथ ही घरों में मंगल प्रतीक बंदनवार भी लगाए गए। याद रहे सम्राट विक्रमादित्य के द्वारा शुरू किए गए। विक्रम संवत की शुरुआत इसी दिन हुई थी। प्रामाणिक रूप से इसे कालगणना का उपयुक्त आधार माना जाता है।

चेट्रीचंड पर नहीं हुआ उत्सवः-चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन की भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव चेटीचंड के रूप में मनाया करता है। विपरीत परिस्थितियों की वजह से एक बार किसी तरह का आयोजन यहां नहीं किया गया। 2 दिन पहले सिंधी समाज के लोगों ने जन जागरूकता रैली निकालने के साथ जनमानस को कोरोना से बचने के लिए प्रोटोकॉल में शामिल सभी मूल तत्वों को फॉलो किया जाए।

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