नगर निगम में बही विकास की उल्टी गंगा , सड़कें जलमग्न , बदरंग सड़कें …….

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कोरबा । (News action editor)नगरीय निकाय चुनाव का काऊंट डाऊन शुरू होने वाला है । जल्द ही चुनाव तारीख का ऐलान हो जाएगा ।चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार टिकट की जोड़ तोड़ में जुटे हुए है । चुनाव जीतने मुद्दों की जरूरत होती है , सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाएगी तो विपक्ष विकास के दावों को खोखला बताकर जनता के दरबार में पहुँचगें। यह तो रही सियासी दांव पेंच पर असल में विकास का पैमाना तो जनता ही तय करेगी। पक्ष विपक्ष चाहे जो आरोप प्रत्यारोप लगाए पर इन सबसे हटकर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है । क्योंकि विकास कार्यों को मूर्त रूप देना उनकी ही जवाबदेही है ।इस मामले में पांच वर्षों के दौरान निगम के कुछ अफसरों ने विकास की गंगा उल्टी बहाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है । निगम क्षेत्र की सड़कें बदरंग और गड्ढों भरी है।बारिश का पानी सड़कों पर भर रहा है। व्यवसायियों का धंधा चौपट हो रहा है।उन्हें आंदोलन तक करना पड़ गया ।नालियां बनने के बाद कुछ महीनों में टूट जा रही है ।यहाँ तक कि अधिकारी बिना स्थल निरीक्षण प्राक्कलन तैयार करने में भी नहीं चूक रहे हैं । लाखों खर्च कर स्टेडियम में बिछी विदेशी घास को गाय खा जाती है ।ऐसे कई समस्याएं हैं जो वार्डों में सालों पहले थी वह आज भी कायम है । निगम में चहेते एवं अनुभवहीन ठेकेदारों को काम देकर विकास की उलट तस्वीर बनाने की होड़ मची रही ।ऐसे में क्या यह कहना सही नहीं रहेगा कि निगम अधिकारियों ने विकास की उल्टी गंगा बहाने में कसर बाकी नहीं रखी है.

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पं. रविशंकर शुक्ल नगर
रसूखदारों और निगम अफसरों के कारण जटिल हुई सिवरेज समस्या

करीब 20 वर्षों से सिवरेज की समस्या से जूझ रहे पं.रविशंकर शुक्ल नगर के नागरिकों को हालिया हुए लाखों रूपयों के काम के बावजूद कोई राहत मिलती नजर नहीं आती। कुछ रसूखदारों के प्रभाव और निगम
अधिकारियों के दबाव के कारण ठेकेदार ने ऐसा काम कर दिया है कि भविष्य में सिवरेज की समस्या पूर्व से भी अधिक विकराल रूप में सामने आयेगी।
जानकारी के अनुसार पं. रविशंकर शुक्ल नगर एच.आई.जी. लाइन का सिवरेज का
कार्य पार्षद अब्दुल रहमान के अथक प्रयास से स्वीकृत हुआ था। वर्ष 2016
में निविदा होने के बाद से अब तक लंबित था। हाल ही अगस्त में से ठेकेदार ने कार्य प्रारंभ किया। कार्य योजना के अनुसार चल रहा था।
इसी बीच एच.आई.जी.लाइन के कुछ रसूखदारों ने अपनी सहूलियत की दृष्टि से योजना में मूल रूप से ही अपने प्रभाव से बदलाव करा दिया। रसूखदारों के
इशारे पर नगर निगम के अभियंता भी इस महत्वपूर्ण कार्य की उपयोगिता को
धूल-धूसरित करने में लगे हुए हैं।
पं. रविशंकर शुक्ल नगर एम.आई.जी.लाइन के निवासियों के अनुसार
एम.आई.जी.लाइन के सिवरेज को एच.आई.जी.लाइन के मुख्य चेम्बर में जाकर
जुड़ना था। लेकिन निगम अधिकारियों और रसूखदारों के दबाव के कारण ठेकेदार
ने सिवरेज के एच.आई.जी.लाइन की ओर जाने वाले हिस्से का लेबल ऊपर उठा दिया
है। यहीं नहीं ठेकेदार ने चेम्बर को भी मिट्टी भरकर बंद कर दिया है।
नतीजन भविष्य में एम.आई.जी. लाइन की सिवरेज की समस्या और जटिल होकर
विकराल रूप में दिखाई देगी। इस संबंध में निगम के उप अभियंता बच्चन शर्मा
ने 07 सितम्बर को नागरिकों की शिकायत पर मौके का मुआयना भी किया था.

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