ऑन लाइन परीक्षा की मांग, एम जी एम के छात्र बैठे धरना पर

कोरबा 17 मार्च। कोरोना के चलते पूरे साल भर स्कूलों में ताला लटका रहा और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई चलती रही स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र भी ऑनलाइन के हिसाब से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। लेकिन छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों के साथ दोहरी नीति अपनाते हुए ऑफ लाइन परीक्षाओं की घोषणा की गई जिससे कि छात्रों में असमंजस की स्थिति बन गई। जहां पूरे देश में कोरोना की लहर फिर से शुरू हो गई और कई राज्यों में स्कूल फिर से बंद हो गए। ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा ऑफ लाइन माध्यम से परीक्षा लेने से छात्रों की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इसी के विरोध स्वरूप बालको स्थित एम जी एम विद्यालय के छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के खोलते मोर्चा खोलते हुए धरने पर बैठ गए छात्रों का कहना था कि हमने पूरे वर्ष ऑन लाइन पढ़ाई की और हमें आश्वासन दिया गया था। परीक्षा ऑन लाइन माध्यम से ही होगी। लेकिन परीक्षा से कुछ दिन पूर्व हमें जानकारी दी गई कि ऑफ लाइन परीक्षा होनी है जिसका हम सब विरोध कर रहे हैं।

छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अनेक आरोप लगाए उन्होंने कहा कि प्रबंधन के द्वारा पूरे सत्र का फीस लिया गया कोरोना गाइड लाइंस का पूर्ण रूप से भी पालन नहीं करने की बात कही। ऐसे में ऑफ लाइन परीक्षा लेने से छात्रों में भय व्याप्त है। स्कूल प्रबंधन से बात करने पर उन्होंने बताया कि शासन के निर्णय अनुसार ऑफ लाइन परीक्षा ली जा रही है। कोरबा जिले में नवी और ग्यारहवीं के परीक्षा ऑफ लाइन ही ली जानी है। ऐसे में छात्रों का धरना प्रदर्शन गैर वाजिब है।

Spread the word