भाड़ा बढ़ाए जाने एवं अन्य मांगों को लेकर ट्रक एसोसियेशन का प्रदर्शन

कोरबा 26 फरवरी। कोरबा ट्रक एवं ट्रेलर ऑनर एसोसियेशन ट्रकों का भाड़ा बढ़ाए जाने एवं अन्य मांगों को लेकर एसईसीएल के कोयला खदानों, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका, मानिकपुर एवं अन्य स्थानों के लोडिंग प्रवेश द्वार के पास धरना प्रदर्शन कर रहा है तथा डीपो होल्डरों से अनुरोध कर रहा है। यह प्रदर्शन 26, 27 एवं 28 फ रवरी तक चलेगा। फि र भी यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आगामी एक मार्च से अपने वाहनों को खड़ा कर कोयला परिवहन का कार्य बंद करेगा

यह जानकारी देते हुए एसोसियेशन के अध्यक्ष सुबोध सिंह ने बताया कि गेवरा, दीपका, कुसमुंडा एवं मानिकपुर के खदानों से प्रतिदिन लगभग 70 हजार टन कोयला रोड सेल के ट्रकों से अलग-अलग स्थानों पर स्थित फैक्ट्रियों का परिवहन होता है। कोयला परिवहन में संलग्र ट्रकों को वर्तमान में दिया जाने वाला भाड़ा बहुत ही कम निर्धारित है। जिसके कारण ट्रक मालिकों को प्रतिदिन नुकसान हो रहा है। डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसके बावजूद भाड़ा पुराने दर पर ही लिया जा रहा है, जिसके कारण ट्रक मालिकों के सामने गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। साथ ही ट्रक मालिकों को व्यवसाय से होने वाले नुकसान के कारण अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान परिस्थिति में ट्रकों के वर्तमान भाड़े में उचित वृद्धि करना अत्यंत आवश्यक हो गया है। एसोसियेशन की प्रमुख मांगे है। उपरोक्त खदानों से जाने वाले ट्रकों के भाड़े में बढ़ोतरी हो, भाड़ा का भुगतान 15 दिनों के अंदर 100 प्रतिशत देना होगा, भाड़ा देते वक्त भाड़ा देने का चार्ज नहीं कटना चाहिए। ट्रकों को दिये जाने वाले भाड़ा पर्ची का दर दर्शाया जाए। कमीशन एव बिल्टी की कुल राशि दूरी के अनुसार निर्धारित किया जाए। यदि खदान में लिप्टर के कारण ट्रक रूकती है तो हलटिंग चार्ज रूपए 4000 गाड़ी मालिक को देना होगा। प्लांट एंव फैक्ट्री वासरी से गाड़ी अनलोड होने के तुरंत बाद टीपी क्लोज्ड करे। टीपी क्लोज्ड नहीं होने पर यदि गाड़ी खड़ी होती है तो हल्टींग चार्ज 4000 रूपए गाड़ी मालिक को देना होगा। कोयला ट्रांसपोर्टिंग में शार्टेज की अधिकतम रूपए 2.50 प्रति किलो होना चाहिए। खदान से लोड की गई कोयले की गुणवत्ता एफ  सीध् जीसीवी के लिए खड़ी नहीं होनी चाहिए। अगर गाड़ी खड़ी होती है तो हल्टींग चार्ज लिप्टर को फैक्ट्री मालिक से गाड़ी मालिक को दिलवाना होगा। अगर किसी लिप्टर के द्वारा भाड़ा देते वक्त टीडीएस काटा जाता है तो इसकी पूर्ण जानकारी वाहन मालिक को दिया जाए और टीडीएस जमा किया जाए। डीओ होल्डर को लगभग 60 प्रतिशत गाड़ी मार्केट से लेना होगा। साथ ही लोकल ट्रंासपोर्टर को प्राथमिकता दिया जाए। इन मांगों के संबंध में एसोसियेशन द्वारा जिलाधीश को ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें सहयोग की अपेक्षा जताते हुए चेतावनी भी दी गई है कि यदि उनकी मांगे पूरा नहीं किया जाता है तो सभी ट्रक मालिक अपनी स्वेच्छा से एक मार्च से खड़ा कर कोयला परिवहन का कार्य बंद करते हुए आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी पूर्ण जवाबदारी कोयला क्रेता की रहेगी।
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