भाजपा की गुटबाजी पहुँची चेम्बर ऑफ कॉमर्स चुनाव तक.. पूर्व मंत्री से 15 साल का बदला लेने की साजिश

रायपुर 22 फरवरी 2021। भाजपा के पूर्व मंत्री द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा विरोधी लहर होने के बावजूद चुनाव जीतना पार्टी के एक बड़े तबके को रास नहीं आ रहा है जिसके चलते उसकी साख को बट्टा लगाने पूर्व मंत्री के छोटे भाई को मोहरे के रूप में चुनाव लड़वाया जा रहा है ताकि पूर्व मंत्री से 15 साल का बदला 15 दिनों में लिया जा सके।

विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि सारा कुछ एक सुनियोजित साजिश के तहत किया जा रहा है और पूर्व मंत्री के भाई को चैम्बर चुनाव लड़वाना साजिश का हिस्सा है, क्योंकि चैम्बर चुनाव ऐसे नाज़ुक समय में है जब पूरे प्रदेश के व्यापारी वर्ग चैम्बर में दो परिवार के कब्जे के चलते दुखी है एवं परिवर्तन का मन बना चुका है। तब 20 मार्च को होने वाले चुनाव में व्यापारियों का सारा गुस्सा इस प्रत्याशी पर फूट सके और चुनाव परिणाम के बाद यह खबर फैलाई जा सके कि पूर्व मंत्री अपने छोटे भाई को चुनाव नहीं जीता पाया ताकि 2023 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री को इसका भुगतान भुगतना पड़े।

सूत्रों ने यह भी बताया कि व्यापारी एकता पैनल का अध्यक्ष पूर्व मंत्री के विरोधी गुट का माना जाता है एवं जब एकता पैनल के अध्यक्ष की नियुक्ति 4 माह पूर्व जिला अध्यक्ष के रूप में हुई थी, तब पूर्व मंत्री ने इनसे दूरी बनाते हुए अपने विधानसभा के चारों मंडल के कार्यकर्ताओं को नवनियुक्त जिला अध्यक्ष का स्वागत करने से मना कर दिया था। इसलिए उक्त अध्यक्ष द्वारा पूर्व मंत्री के छोटे भाई को चुनाव में उतार कर एक तीर से कई निशाना साधा जा रहा है।

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