प्रकाश इंडस्ट्रीज के ब्लास्ट-फर्नेस में ब्लास्ट: 13 कर्मचारी घायल, 4 गंभीर, बिलासपुर- रायपुर रेफर

घायलों को बिलासपुर और रायपुर अस्पताल में रेफर किया गया जांजगीर 12 अप्रैल। जांजगीर-चांपा जिला अंतर्गत संचालित प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब उनके ओल्ड 15 टन ब्लास्ट-फर्नेस में अचानक धमाका हो गया। इस हादसे में मौके पर काम कर रहे 13 अधिकारी और कर्मचारी घायल हो गए है। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
जानकारी के अनुसार घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर और रायपुर स्थित नारायणा अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे में सुरेश कुमार चंद्रा, अनूप चतुर्वेदी, दूज राम चंद्रा, प्रसन्न जीत राय, नीरज सिंह, उदय शंकर ओझा, बृजकिशोर यादव, रमेश सूर्यवंशी, शंकर यादव, राजेंद्र कुमार, शिव कुमार केवट, सरकार सिंह और राजेश प्रजापति आदि नामक व्यक्ति घायल बताये जा रहे हैं।

घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे कलेक्टर आकाश छिकारा और पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्लांट प्रबंधन से पूरी जानकारी ली। कलेक्टर एवं एसपी ने घायलों से मुलाकात की व उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। कलेक्टर छिकारा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में कोई कमी न रहे और हरसंभव बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर किया गया है,जहां उनका इलाज जारी है। दुर्घटना की जांच के लिए टीम गठित कर दी है और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, एसडीएम चांपा सुमित बघेल सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

जांजगीर-चांपा पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड में आज शाम उनके ब्लास्ट फर्नेस में विस्फोट हुआ है, जिसमें कंपनी के 13 अधिकारी एवं कर्मचारी के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर हमारे द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रायपुर रवाना किया गया है। इसके अलावा घटनास्थल पर तुरंत इंडस्ट्रियल सेफ्टी इंस्पेक्टर और एफएसएल अधिकारी से जांच कराई जा रही है।
जांच उपरांत घटनास्थल को सील कर दिया गया है और आगे की कार्यवाही जारी है। वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी की मृत्यु की कोई सूचना नहीं है। हादसे के समय फैक्ट्री में कुछ ठेका कर्मचारी और कुछ नियमित कर्मचारी मौजूद थे। सभी को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है और उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है।