35 म्यूल अकाउंट्स की पहचान, 10 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

कोरबा 07 फरवरी। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यू.बी.एस. चौहान, साइबर एवं यातायात प्रभारी रवींद्र कुमार मीना एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा भूषण एक्का के नेतृत्व में कोरबा सायबर सेल एवं थाना सिविल लाइन की संयुक्त कार्यवाही में म्यूल अकाउंट्स के जरिये ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। इस ऑपरेशन में अब तक 35 म्यूल अकाउंट्स की पहचान हुई हैं। जिसमें 10 कथित आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। जिनमें कई खाता धारक एवं अन्य लोग शामिल हैं, जिन्होंने ठगी के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराए थे।

जानकारी के अनुसार अब तक की जांच में लगभग 6 करोड़ रुपये के संदेहास्पद लेनदेन का खुलासा हुआ है, जो फर्जी बैंक खातों के माध्यम से किया गया था। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

कोरबा पुलिस ने की अपील
कोरबा पुलिस ने जिले के नागरिकों से अपील करी है कि वे अपने बैंक खाते, कंपनी पंजीकरण प्रमाणपत्र या श्उद्यम आधारश् प्रमाणपत्र किसी को न बेचें, न किराए पर दें और न ही किसी अन्य व्यक्ति को उपयोग करने दें। ऐसा करने से आप ठगी, मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर अपराध में फंस सकते हैं, जिससे गंभीर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।
खुद को साइबर ठगी से कैसे बचाएं ?
आकर्षक जॉब ऑफर, ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और जल्दी पैसा कमाने वाले स्कीम से सावधान रहें।
अगर कोई आपसे अपना बैंक खाता देने की मांग करे, तो तुरंत मना करें।
बिना सत्यापन के किसी को अपना व्ज्च्, पासवर्ड या बैंक डिटेल्स साझा न करें।
गिफ्ट कार्ड, वर्चुअल करेंसी या अन्य असामान्य माध्यमों से पेमेंट करने से बचें।
अगर कोई आप पर तुरंत निर्णय लेने का दबाव बनाए, तो सतर्क रहें और पुलिस को सूचना दें।
बैंकिंग सुरक्षा एवं म्यूल अकाउंट्स रोकथाम हेतु दिशा-निर्देश
आरबीआईने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वे ज्ञल्ब् डेटा नियमित रूप से अपडेट करें और संदिग्ध म्यूल अकाउंट्स की निगरानी करें।
’बैंकों को ऐसे फर्जी खातों की पहचान कर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश
अगर आपको ठगी का शिकार बनाया जाए तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या ूूू.बलइमतबतपउम.हवअ.पद पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।

Spread the word