कोलफील्ड्स इलाके में चोर गिरोह सक्रियः ढुरेना नाला क्षेत्र से 2000 लीटर डीजल जब्त

इस मामले में पुरुषोत्तम नामक सरगना गिरफ्तार

कोरबा 29 दिसम्बर। ठंड का मौसम परिवहन चढने के साथ एसईसीएल कोलफील्ड्स इलाके में चोर गिरोह सक्रिय हो गया है और अपनी हरकतों को अंजाम देने में जुटा हुआ है। कोरबा जिले के दीपिका क्षेत्र में पुलिस ने कुछ सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुरुषोत्तम नामक सरगना को गिरफ्तार किया है। इस मामले में लगभग 2000 लीटर डीजल को जप्त किया गया है जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख आंकी गई है।

दीपिका पुलिस थाना क्षेत्र मैं साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की गेवरा और दीपिका जैसी बड़ी कोयला परियोजना संचालित है । पिछले वर्षों में उत्पादन का रिकॉर्ड बनाने के साथ इनका नाम इसलिए भी हुआ क्योंकि यहां से व्यापक पैमाने पर संगठित चोर गिरोह के द्वारा कबाड़, कोयला और डीजल की चोरी की गई । इस मामले में जहां कोयला कंपनी को करोड़ों की चपत लगी, वही चोरी चकारी करने वाला वर्ग और उनके संरक्षण प्रदाता मालामाल हो गए। जानकारी के अनुसार गेवरा दीपिका इलाके से एसईसीएल की मशीनरी को टारगेट कर डीजल की चोरी फिर से शुरू होने के बारे में लगातार शिकायत मिल रही थी।

यहां बताना जरूरी होगा कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड प्रबंधन के द्वारा अपने क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध की जिम्मेदारी त्रिपुरा राइफल्स और सीआईएसएफ के अलावा दूसरी एजेंटीयों को दी गई है जिन पर हर महीने कई लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। पता चला कि अवैध गतिविधियों की शुरुआत होने और कुछ लोगों की सकरी भागीदारी होने को लेकर जानकारी जुटाई जा रही थी। इससे पहले पता चला कि पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर डीजल चोरी करवा रहा था। इस पर पुलिस ने संज्ञान लेने के साथ इस वर्ष की सबसे बड़ी कार्रवाई की। मालूम चला कि ढुरेना नाला इलाके में छिपाई गई कई जारीकेन जब्त हुई है। इसके अलावा एक बोलेरो वाहन भी मिला है जिसमें भी चोरी का डीजल रखा हुआ था। चोरों की योजना इस सामान को यहां वहां कंज्यूम करने की थी ताकि रकम प्राप्त हो सके। मालूम हुआ कि इस कार्रवाई के दौरान 67 जरिको में रखा हुआ डीजल पुलिस को प्राप्त हुआ है। वर्तमान में विभिन्न तेल कंपनियों के द्वारा जिस दर पर डीजल की बिक्री उपभोक्ताओं को की जा रही है उसके हिसाब से जप्त किया गया डीजल लगभग 2 लाख कीमत का है। वर्ष 2024 में की गई इस कार्रवाई से अब आगे व्यापक अभियान संचालित करने की जरूरत महसूस की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोरबा जिले के साथ साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के क्षेत्राधिकार वाले जिलों में बड़े स्तर पर कोयला खदानों से स्क्रैप डीजल और कोयल की चोरी बड़े पैमाने पर जारी रही। उस समय इस प्रकार की खबरें सामने आती रही कि पूरा काम उच्च स्तरीय संपर्क और मजबूत सांठगांठ से हो रहा है। हालांकि यह कहकर दावों को खारिज कर दिया जाता रहा की खदान क्षेत्र से प्रदेश सरकार का कोई लेना देना नहीं है अगर खदान के बाहर ऐसी कोई मामले आते हैं तो फिर हस्तक्षेप की गुंजाइश होती है। और इसी का पूरा फायदा चोरी करने वाले सिंडिकेट को भरपूर मिलता रहा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार काबिज है जिसने कहां है कि कहीं भी अवैध प्रकार की गतिविधियों को बिल्कुल प्रश्रय नहीं दिया जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि कॉल फील्ड क्षेत्र में जिस प्रकार की घटनाएं हो रही है, उसकी जवाबदेही कैसे तय की जाएगी।

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