महिला आयोग ने लिया संज्ञान, फ्लोरा मैक्स कंपनी के ठगी के आरोपितों की संपत्ति होगी कुर्क
निवेशकों को लौटाई जाएगी नीलामी से मिली राशि
महिला आयोग ने लिया स्वतः संज्ञान, कलेक्ट्रेट में कैंप लगाने के निर्देश
कोरबा 30 नवंबर। लगभग 37 हजार महिलाओं से सौ करोड़ से अधिक राशि निवेश करा ठगी करने वाली फ्लोरा मैक्स कंपनी के डायरेक्टर समेत 13 लोगों को गिरफ्तार पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। अब पुलिस ने निवेशकों का पैसा लौटाने की पहल शुरू कर दी है। आरोपितों के चल- अचल संपत्ति का चिंहाकिंत किया जा रहा। संपत्ति की नीलामी की राशि निवेशकों को वितरित की जाएगी। साथ बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों के साथ पुलिस ने बैठक की। इस दौरान पुलिस ने ऋण वसूली के लिए समय देने व बलपूर्वक वसूली नहीं करने कहा है।
कोरबा समेत पांच जिलों की महिलाओं को बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 30-30 हजार रुपये का फाइनेंस करा फ्लोरा कंपनी में ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की बात कह राशि निवेश कराई और हर माह 2700 किश्त और कुछ घरेलू सामान देने का वादा किया। बाद में राशि देना बंद कर दिया गया। इससे बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा महिलाओं से वसूली करने दबाव बनाने लगे। मामले की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई कर डायरेक्टर अखिलेश सिंह समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया। इस बीच महिलाओं ने मुख्यमंत्री निवास पर पहुंच शिकायत करते हुए कार्रवाई करने व राशि वापस दिलाने की मांग रखी। रायपुर से निर्देश मिलने के बाद जिला पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। थाना कोतवाली परिसर में नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा भूषण एक्का एवं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक एमबी पटेल द्वारा बैंक और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों और निवेशकों से चर्चा की गई। इसमें निवेशकों से ऋण वसूली के लिए दो- तीन माह का अतिरिक्त समय देने के साथ बलपूर्वक वसूली न करने की सहमति बनी।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा किरणमयी नायक ने फ्लोरा मैक्स से ठगी गई महिलाओं के मामले को स्वतरू संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर को आर्डर शीट की कापी प्रेषित की है। इसमें कहा गया है कि इसमें राज्य महिला आयोग की दो सदस्य सरला कोसरिया व लक्ष्मी वर्मा द्वारा कैंप लगाकर पीड़ित महिलाओं की शिकायत आवेदन कोरबा मुख्यालय पर लिया जाएगा। जिसकी व्यवस्था कलेक्टर करेंगे। कलेक्टर ने कहा है कि इसके लिए वे प्रशासन से अनुमति लेंगे।