शिक्षा विभागः वीरान व खंडहर भवन में स्कूल संचालन की अनुमति

कोरबा 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने कई कदम उठा रही है चाहे शासकीय हो या चाहे निजी शैक्षणिक संस्थाने, बच्चो को बेहतर शिक्षा व सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसके छत्तीसगढ़ सरकार लगातार इसकी मानिटरिंग भी कर रही है। लेकिन जिला स्तर पर इसका कोई असर देखने को नही मिल रहा है।

ताजा मामला कोरबा जिले के उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा का है जहां गायत्री मंदिर स्थित बेसिक स्कूल जो कि वर्षों से अपने वीरान व खंडहर होने का दंश झेल रहा है। और यह भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। स्कूल भवन की खिड़कियां व दरवाजे गायब हो चुके हैं। फर्श व छत भी पूरी तरह टूट चुकी हैं। भवन की स्थिति पूरी तरह जर्जर हो चुका है। बतादें की सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन द्वारा जिला शिक्षा विभाग से पूर्व में आवेदन देकर स्कूल संचालन के लिए खाली भवन की मांग की गई थी। लेकिन जिला शिक्षा विभाग की इतनी बड़ी अनदेखी सामने आई है कि सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन को पत्र जारी करते हुए कटघोरा के इसी खंडहर और जर्जर पड़े भवन को स्कूल संचालन की अनुमति दी गई है। अब बिडम्बना देखिए कि जो स्कूल वर्षों से बन्द व खंडहर पड़ा है उसमें छोटे बच्चे किस तरह शिक्षा ग्रहण करेंगे। डर के साये में किस तरह स्कूल का संचालन सम्भव होगा। आदेश जारी होने के बाद नगर में इसे लेकर लोगों में शिक्षा विभाग पर जमकर नाराजगी देखने को मिल रही।
जब से सरस्वती शिशु मंदिर को जर्जर बेसिक स्कूल भवन में संचालन की अनुमति मिली है और यह बात कटघोरा नगर में लोगों के जहन तक पहुंची तो लोगों के मन के अनेक सवालों ने जन्म लेना शुरू के दिया है।

नगर के लोगों का कहना है कि शिक्षा विभाग भवन की बिना जांच किये सरस्वती शिशु मंदिर को स्कूल संचालन की अनुमति दे दिया है। स्कूल संचालन में बच्चो की पढ़ाई की व्यवस्था किस तरह सुनिश्चित होगी यह भगवान भरोसे ही है। बच्चे इस खंडहर पड़े स्कूल में किस तरह शिक्षा ग्रहण करेंगे, जिस भवन की छत से लेकर फर्श, खिड़कियां व दरवाजे या तो खराब हो चुके है या गायब। सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन इस स्कूल को संचालन से पूर्व किस तरह का जीर्णोद्धार करवाएगा यह समझ से परे है।

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