लूट के दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
कोरबा 09 अक्टूबर। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा वर्मा, डीएसपी पंकज ठाकुर के मार्गदर्शन पर थाना बांगो के अपराध क्रमांक 160ध्2024 धारा 331 (4), 309 (4), 310 (2) बीएनएस में फरार कथित आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल किया गया है।
उक्त प्रकरण में प्रार्थी जयेश मिश्रा ने 31 अगस्त को थाना उपस्थित आकर लिखित आवेदन प्रस्तुत कर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया कि वह ठेकेदारी का काम करता है, इसकी कंपनी बीपी मिश्रा एण्ड कंपनी के द्वारा ग्राम पचरा ताननदी में एनीकट निर्माण का काम चल रहा है, वहीं कैंप भी बना है। कैंप में 2 पोकलेन, 1 हाईवा, 350 नग लोहे का प्लेट, 3 नग वाईब्रेटर, 5 नग 5 एचपी का पानी पंप, 1 जनरेटर, 6 टन छड़, 20 लोहे का लाईप, एंगल, 4 नग बैटरा एवं अन्य निर्माण सामाग्री रखी है तथा दो रूम कर्मचारी एवं चौकीदार के लिये बनाये गए हैं, जिसमें सुपरवाईजर विजय साहू और चौकीदार हेमंत कुमार तंवर दोनो अलग-अलग कमरे में सोते हैं, इसे मोबाईल फोन से जानकारी मिली कि 3 अज्ञात नकाबपोश कैंप में घुसकर चौकीदार हेमंत कुमार और सुपरवाईजर विजय साहू का हाथ बांध दिये हैं और कमरे में रखा 4 नग बैटरी, 2 पानी पंप एवं 80 नग लोहा प्लेट तथा सुपरवाईजर के रूम में बिस्तर के नीचे पर्स में रखे 14000ध्- रूपये को चोरी कर ले गये हैं, घटना रात्रि 12-02 बजे के बीच में करना बताया कि रिपोर्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था पूर्व में प्रकरण के 07 कथित आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया है।
08 अक्टूबर को मुखबीर सूचना पर कथित फरार आरोपी को पकड़ हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपराध स्वीकार किया तथा उसके हिस्से में मिले रकम में से कुछ को खर्च करना बताया तथा शेष बचे कुछ रकम को पेश करने पर जप्त किया गया है। कथित आरोपी के मेमोरेण्डम आधार पर अन्य को पकड़कर पूछताछ किया गया जो अपराध करना स्वीकार किया। घटना के दिन चौकीदार तथा सुपरवाईजर को बांधकर सुपरवाईजर के रूम से 14,000ध्- रूपये को लूट लेना बताया है, उसके हिस्से में मिले रकम में से कुछ को खर्च करना बताया तथा शेष बचे कुछ रकम को पेश करने पर जप्त किया। दोनो कथित आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने से उनको गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
बताया जा रहा हैं की प्रकरण के अन्य आरोपी घटना के बाद से फरार हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जावेगा। उक्त मामले के निराकरण करने में निरीक्षक उषा सोधिया, सहायक उप निरीक्षक ओमप्रकाश परिहार, आरक्षक अशोक खरे, जय प्रकाश यादव, गजेन्द्र बिंझवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।