आयुर्वेदएवं जीवन शैली में बदलाव से हो सकता है स्वस्थ षरीर का निर्माण: कलेक्टर
जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला एवं आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन
शिविर में 1140 मरीजों का रोग निदान कर पहुंचाया गया स्वास्थ्य लाभ
कोरबा 20 सितंबर। कलेक्टर श्री अजीत वसंत के मार्गदर्शन एवं जिला आयुर्वेद अधिकारी भी डॉ. उदय षर्मा एवं डॉ. राम कुमार के नेतृत्व में आज घण्टाघर ओपन थियेटर मैदान में एक दिवसीय निःशुल्क जिला स्तरीय आयुष चिकित्सा शिविर का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया।
षिविर में उपस्थित कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य षासन के निर्देष पर आयुष मेला/स्वास्थ्य षिविर का आयोजन किया गया है। यह षिविर आयुर्वेद पर भरोसा करने वालों के लिए लाभदायक है। षिविर में पंचकर्म पद्धति से गंभीर बीमारियों का उपचार सहित सामान्य बीमारियों की जांच एवं उपचार की व्यवस्था की गई है। आयुर्वेद पद्धति प्राचीन पद्धति है और इस पद्धति से उपचार धीरे-धीरे होकर जड़ से समाप्त करने की दिषा में भी कारगर साबित हो सकती है। इस पद्धति से उपचार कराकर बीमारी से पीड़ित मरीज लाभ उठा सकते हैं। षासन द्वारा लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखकर समय-समय पर स्वास्थ्य षिविर का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में आयुर्वेद पद्धति से उपचार की जाती है। आम नागरिकों को ऐसे षिविर तथा उपचार का लाभ उठाना चाहिए।
कलेक्टर श्री वसंत ने स्वस्थ जीवन के लिए जीवन षैली में सुधार करने तथा खान-पान में भी उचित ध्यान देने की आवष्यकता बताई है। उन्होंने आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित षिविर की सराहना करते हुए सभी की स्वस्थ जीवन की कामना की है। इस दौरान कलेक्टर ने आयुष मेला में संचालित विभिन्न गतिविधियां जड़ी-बूटी, औषधि युक्त पौधे की प्रदर्षनी, औषधि वितरण कक्ष, पंजीयन कक्ष, क्षार सूत्र चिकित्सा केंद्र, पंचकर्म चिकित्सा केंद्र तथा होम्योपैथी चिकित्सा डेस्क का अवलोकन किया।
डॉ. राजकुमार ने बताया कि आयुष मेले में कुल 1140 मरीजों का आयुष पद्धति से उपचार किया गया। जिसमें से 60 मरीजों का पंचकर्म चिकित्सा, 205 मरीजों का होम्योपैथी चिकित्सा, क्षार सूत्र पद्धति से 28 मरीज एवं प्रोक्टोस्कोप द्वारा परीक्षण किया गया। 213 मरीजों का खून की जांच की गई।
षिविर में मुख्य अतिथि के रूप में श्री रजनीष देवांगन एवं विषिष्ट अतिथि के रूप में श्री राजीव सिंह, निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिष्ठा ममगाई, आदि उपस्थित रहे। प्रातः 09 बजे से षाम 05ः30 बजे तक षिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आम नागरिकों को स्वास्थ्य एवं आयुष पद्धति के उपचार हेतु जागरूक किया गया। आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा आहार-विहार, यम-नियम, ऋतुचर्या, दिनचर्या, रात्रिचर्या, योग का जीवन में महत्व, जीवन षैली संबंधित बीमारियां, मधुमेह, उक्त रक्त चाप, कैंसर से बचाव में योग का महत्व को विस्तार से बताया गया एवं स्वस्थ रहने के उपाय बताए गए। इस दौरान जिला आयुष अधिकारी डॉ. उदय षर्मा, डॉ, अबुल फैज, डॉ. राजकुमार, डॉ. अमित कुमार, डॉ. दिवाकर त्रिपाठी, डॉ. पवन कुमार मिश्र, डॉ. खुषाल पोरवार, डॉ. बसंत नेगी, डॉ. अमित कुमार जाटवर, डॉ. सपना मिश्रा, डॉ. रविकुमार राय, डॉ. पुष्पलता भगत, डॉ. नेहा मिंझ, डॉ. सीमा पाटले, डॉ. नेहा धृतलहरे, डॉ. कुमुदनीमाला डहरिया, डॉ. जितेष्वरी, डॉ. नीमा तिग्गा आदि ने आयुष मेला में सेवाएं दीं।