हाथियों के दल ने फसलों को पहुंचाया नुकसानः ग्रामीणों ने चोटिया चौक पर किया चक्काजाम
कोरबा 18 सितंबर। जिले के कटघोरा वनमंडल अंतर्गत केंदई रेंज में 48 हाथियों का दल लगातार डेरा डालकर ग्रामीणों के फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं। परेशान ग्रामीणों ने आज अपनी मांगों को लेकर चोटिया चौक पर धरना देने के साथ ही चक्काजाम कर दिया, जिससे इस मार्ग पर आवागमन प्रभावित हुआ।
ग्रामीणों द्वारा इसकी चेतावनी पहले ही एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर दी गई थी। कहा गया था कि उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरा नहीं किया गया तो वे 18 सितंबर को चोटिया चौक पर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार चोटिया, कोरबी एवं आसपास के हाथी प्रभावित गांव के लोग आज सुबह चोटिया चौक पर एकत्रित हुए और धरना देने के साथ चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों द्वारा किए गए चक्काजाम के कारण मार्ग पर आवागमन बाधित रहा। सडक के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार भी लग गई। ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम किए जाने की सूचना मिलने पर प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और चक्काजाम कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे और प्रदर्शन जारी रखा। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है और प्रशासन तथा वन विभाग के अधिकारी उनको मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच क्षेत्र में मौजूद हाथियों ने सिटीपखना तथा बडकाबहरा क्षेत्र में ग्रामीणों के खेतों में पहुंचकर फिर बड़ी मात्रा में फसल को रौंद दिया है। हाथियों को कल शाम बडकाबहरा क्षेत्र में एक साथ देखा गया। एक स्थान पर बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था। वहीं ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे हाथियों को देखने के लिए मौके पहुंच गए थे। इसकी सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हाथियों को खदेडने की कार्यवाही की। वन विभाग द्वारा खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया।
इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में मौजूद दो हाथियों में से एक दंतैल हाथी ने धरमजयगढ़ का रूख कर लिया है। दंतैल ने अपने साथी से अलग हुआ और मूव्हमेंट करने के साथ ही जंगल ही जंगल होते हुए कुदमुरा वन परिक्षेत्र की सीमा को पार कर धरमजयगढ़ के जंगल में प्रवेश् कर लिया। खतरनाक लोनर के बाद क्षेत्र में मौजूद एक और दंतैल के अन्यत्र जाने से वन विभाग के साथ-साथ ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। एक हाथी अभी भी कुदमुरा वन परिक्षेत्र के जंगल के कक्ष क्रमांक 1140 में जमा हुआ है। जिसकी निगरानी वन विभाग कर रहा है।