स्लम बस्तियों के लोगों ने स्मार्ट बिजली मीटर का किया विरोध

कोरबा 11 सितंबर। बिजली कंपनी की कोशिश विद्युत चोरी रोकने के साथ-साथ लोगों तक सुविधा पहुंचाना है, लेकिन समस्या ये है कि इसकी शुरुआत उन जगहों से की गई है जो रोज कमाते खाते हैं। ऐसे में उन्हें अब घर में रोशनी के लिए पहले ही रिचार्ज कराना होगा। यदि कोई इससे चूक जाता है तो उसके घर में बिजली रानी नहीं आएगी। फिलहाल इंतजाम पहले की ही तरह है, लेकिन मीटर का काम पूरा होने के बाद रिचार्ज सिस्टम लागू होगा। जिससे लेकर लोग अब इसका विरोध करने लगे हैं।

मोबाइल रिचार्ज की तरह अब बिजली मीटर को प्रीपेड रिचार्ज करना पड़ेगा। कोरबा जिले के शहरी क्षेत्र में इसकी शुरुआत हो चुकी है। पहले चरण में एक लाख से अधिक लोगों के घर में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। फिलहाल शहर के झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों में इसे लगाया जा रहा है। स्मार्ट मीटर लगने से खासतौर पर झुग्गी झोपड़ी और बस्ती के लोगों में आक्रोश हैं। उनका कहना है कि ये योजना गरीबों के लिए घातक है। पहले चरण में 1 लाख 25 हजार उपभोक्ताओं के मकानों में स्मार्ट मीटर लगेंगे। कोरबा के तुलसीनगर जोन से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत हुई है। जोन अंतर्गत आने वाले कोहडिया, ढोढ़ीपारा, कृष्णा नगर और गायत्री नगर के मकानों में नए मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। अब तक 1 हजार से अधिक मकानों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा चुका है, हालांकि अभी नए मीटर में रिचार्ज की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। फिलहाल पहले की तरह ही रीडिंग करके बिल भेजा जाएगा। अधिकांश क्षेत्र में नए मीटर लगने के बाद रिचार्ज सिस्टम लागू किया जाएगा। वहीं मजदूरी का काम करने वाले लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर हमारे घर में लगा दिया गया है। जिससे हमें काफी परेशानी हो रही है। हर दो-तीन साल में बिजली विभाग वाले मीटर बदल देते हैं। जिसके बाद प्रीपेड करने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।

वहीं महिलाओं के मुताबिक उन्हें स्मार्ट मीटर बिल्कुल नहीं चाहिए। उनका कहना है कि स्थानीय मंत्री से मांग है कि वह तत्काल इस मीटर को उखाड़ कर ले जाने का इंतजाम करें और पुराना वाला मीटर ही लगा रहने दें। लोग भले ही इसका विरोध कर रहे हो, लेकिन बिजली विभाग ने पुराने मीटर को उखाडकर लोगों के घरों में नए मीटर लगा दिए हैं। आने वाले कुछ ही दिनों में उन्हें बिजली को भी प्रीपेड रिचार्ज करना होगा। इसके बाद ही आम लोग बिजली का उपयोग कर सकेंगे। बिजली विभाग की माने तो इससे लोड का सही आकलन होगा। बिजली की चोरी रुकेगी और नई टेक्नोलॉजी से कई फायदे होंगे। स्मार्ट मीटर लग चुके क्षेत्र ढोढीपारा बस्ती के लोगों ने बताया कि स्मार्ट मीटर कोई फायदा नहीं है। अब तक तो हम महीने भर का बिल एक साथ चुकता करते थे, लेकिन हम मिडिल क्लास लोग हैं। हमेशा हमारे पास पैसे नहीं होते।

Spread the word