कुसमुंडा सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांच हेतु कमिटी गठित हो – सिन्हा

कोरबा. सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में कहा कि पिछले औद्योगिक शहर का प्रमुख मार्ग कुसमुंडा सड़क पिछले 4 वर्षों से निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से आम जनता व माल वाहक गाड़ियों के लिए अभिशाप बना हुआ है. सड़क के जितने भी निर्माण कार्य किए गए है घटिया स्तर के प्रतीत होते है. उदाहरण के तौर पर बरमपुर से इमली छापर के आसपास तक निर्माण पूर्ण सड़क के बीचो-बीच दरारें देखी जा सकती है. इस तरह से अरबो रुपए की लागत से उपरोक्त सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है.

सिन्हा ने आगे बताया कि निर्माण पूर्ण सड़कों की खुदाई कर गुणवत्ता की जांच आसानी से की जा सकती है. ऐसा सड़क निर्माण आने वाले समय में औद्योगिक गतिविधियों में बाधक तथा आम जनता के लिए अभिशाप साबित होगा ? बरसों से सपने संजोये क्षेत्र की जनता सड़क निर्माण पूर्ण होने पर समस्या का निदान समझ रहे हैं लेकिन संबंधित सड़क निर्माणकर्ता द्वारा घटिया निर्माण से फिर वही स्थिति उत्पन्न होगी जो पिछले 30 वर्षों से सर्वमंगला पुल से लेकर कुसमुंडा के राहगीर झेल रहे हैं. जनता सपना संजोए बैठी थी की सड़क निर्माण से इस क्षेत्र का विकास होगा, लेकिन भविष्य में इस घटिया सड़क निर्माण से आम जनता को झटका लग सकता है.

सिन्हा ने आगे कहा कि जन प्रतिनिधि जो नगर पालिक निगम में मेयर इन काउन्सिल के सदस्य भी है एक तरफ नगर निगम कोरबा द्वारा अपनी क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हैं , दूसरी तरफ नगर निगम में अपनी उपस्थिति दर्ज कर न तो इस्तीफा देते हैं और न ही समर्थन वापस लेते हैं. कुसमुंडा क्षेत्र की जनता को गुमराह किया जा रहा है. जब सड़क निर्माण शुरू हुआ तो गुणवत्ता की जांच परख ,देखरेख करना था. तब स्थानीय जनप्रतिनिधि कहां थे. जब सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई अब बोल रहे हैं कि जल्द से जल्द गड्ढे को भरा जाए. लेकिन ये नहीं कह रहे हैं कि घटिया सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच कर दोषी अधिकारी ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई हो. ऐसा जनप्रतिनिधि क्यों नहीं कह रहे हैं ये समझ से परे है. जनता सब समझती है कि कौन क्या कर रहा है.

सिन्हा ने जिला प्रशासन से मांग कि है कि जल्द से जल्द सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांच हेतु एक स्वतंत्र जांच कमेटी गठित कराई जाए ताकि भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो सके।

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