कोरबा: सिविल लाइन थाना में जंगल राज, रिपोर्ट में मनमानी

कोरबा 24 जून। सिविल लाइन थाना कोरबा में इन दोनों जंगल राज चल रहा है। अपनों को बचाने के लिए दबाव डालकर समझौता करने से लेकर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करने तक की कार्रवाई बेखौफ की जाती है।

जानकारी के अनुसार ताजा मामला रामपुर विधानसभा क्षेत्र के एक गांव की आदिवासी युवती से संबंधित है। एक पुलिसकर्मी के साथ युवती का गत दिवस विवाद हो गया था। विवाद के बाद पुलिस कर्मी ने कुछ अन्य के साथ मिलकर युवती की बुरी तरह पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल युवती एफ आई आर कराने सिविल लाइन थाना पहुंची। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने की जगह दबाव डालकर उसका पुलिस कर्मी से कथित रूप से समझौता करा दिया। उस समय तो युवती थाना से वापस लौट गई, लेकिन अगले दिन सुबह वह फिर थाना पहुंच गई। पुलिस ने मामला बढ़ता देख एफ आई आर दर्ज कर ली, लेकिन युवती से अपनी मनमाफिक रिपोर्ट दर्ज कराई और मामले को कमजोर बना दिया।

इससे भी गंभीर बात यह हुई कि सिविल लाइन पुलिस ने उक्त युवती के खिलाफ एक बच्ची के अपहरण का अपराध दर्ज कर दिया। बताया जा रहा है कि युवती को पाक्सो एक्ट के प्रकरण होने के कारण जेल जाना पड़ा है।

वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने युवती के परिजनों से शिकायत मिलने के बाद मामले से पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी को अवगत कराया है और कार्रवाई की मांग की है।

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