साहस और पराक्रम की भावना को प्रबल किया छत्रपति शिवाजी नेः आर.पी.तिवारी
कोरबा 20 जून। हिंदू साम्राज्य दिनोत्सव पर शारदा विहार दुर्गा पूजा पंडाल-2 में कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को प्रातः परंपरागत रूप से किया गया। अतिथियों ने शिवाजी महाराज सहित संस्थापक व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज यह आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ट्रांसपोर्ट व्यवसायी आर.पी.तिवारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हिंदुओं को एकजुट करने का काम अतीत में हुआ है और इसके कई उदाहरण हमारे सामने आते हैं। समय के साथ कई प्रकार के परिवर्तन हुए। जिस प्रकार की परिस्थितियां दिखाई दे रही है, इस दौर में संगठन शक्ति को बढ़ाना जरूरी है। मुख्य वक्ता मनोज वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्रपति शिवाजी ने चार दशक से भी कम के कुल जीवनकाल में अकबर को तीन बार हराया। जबकि मुगलों के खिलाफ उनकी काफी लड़ाईयां लड़ीं, अनेक किलों को जीतने का काम किया। अपनी मां के अपमान का बदला लेने का काम भी शिवाजी ने किया। शौर्य और साहस की भावना को कैसे प्रबल किया जाता है यह उन्होंने अपने पराक्रम से दिखाया। कार्यक्रम में काफी स्वयंसेवक उपस्थित थे। संचालन दीपक मुखर्जी कार्यवाह ने किया।