भावी पीढ़ी के लिए पर्यावरण को संरक्षित करना सबसे ज्यादा जरूरीः सीएमडी मिश्रा ने
कोरबा 06 जून। 5 जून को एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस सोल्लासपूर्ण मनाया गया । इस अवसर पर प्रारंभ में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजनाध्परियोजना) फ्रेंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास, महाप्रबंधक (पर्यावरण) बी.के. जेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में पर्यावरण ध्वज फहराया उपरांत कोलइण्डिया कारपोरेट गीत बजाया गया ।
इस अवसर पर पर्यावरण विषयक पोस्टर एवं पर्यावरण दर्पण पत्रिका का विमोचन मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रतिज्ञा का पठन अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने किया जिसे समस्त उपस्थितों ने दोहराया। इस अवसर पर श्री दिनेश पाण्डे एण्ड ग्रुप द्वारा जंगल, जल, जमीन संरक्षण पर केन्द्रित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया जिसे समस्त उपस्थितों ने सराहा। अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने भावी पीढ़ी के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने का किया आह्वान हुए कहा कि वसुन्धरा को एक बेहतर कल के लिए संवरित करने हेतु एसईसीएल पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमारा प्रत्येक खनिक दृढ़ मनोबल लेकर प्रकृति को संरक्षित एवं सवंर्धित करने के लिए कृत संकल्पित हैं। यह हमारे उन जीवन मूल्यों के अनुसार ही है जैसा हमारे वेद शास्त्रों में उल्लेखित है . रक्षये प्रकृति पांतुलोकारू . हे धरा के वासियों! प्रकृति की रक्षा करो। निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन ने कहा जीवन को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण अत्यावश्यक है, इस दिशा में प्रत्येक व्यक्ति को पुरजोर प्रयास करना चाहिए। हमें अपनी प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए। निदेशक तकनीकी (योजनाध्परियोजना) फ्रेंकलिन जयकुमार ने कहा देश की मांग अनुसार हम कोयला उत्पादन करते हैं, साथ ही हमारी जिम्मेदारी यह भी है कि हम प्रकृति का सन्तुलन बनाए रखने के लिए पौधों का रोपण व उनका संवर्धन करें। निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास ने कहा देश की ऊर्जा आपूर्ति के लिए कोयला उत्खनन के साथ-साथ हमारी कम्पनी एसईसीएल द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कार्य किया किया जाता है। उन्होंने कहा पृथ्वी के धरोहर को ग्रीन कव्हर करना आवश्यक है जिससे आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ्य पर्यावरण दे सकें। उन्होंने आव्हान करते हुए कहा कि प्रति व्यक्ति को प्रति वर्ष अपने आसपास कुछ पौधरोपण कर उनका संरक्षण करें।
कार्यक्रम के अंत में इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं निबंध प्रतियोगिता, वाक् प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि के करकमलों से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजनाध्परियोजना) फ्रेंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास, श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षा श्रीमती राजी श्रीनिवासन, श्रीमती बी. अनिता, महाप्रबंधक (पर्यावरण) बी.के. जेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा औषधीय, फलदार पौधों व विविध पौधों का रोपण प्रशासनिक भवन स्थित प्रांगण में किया गया।