लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को रिपीट नहीं करते कोरबा के मतदाता, इस बार भाजपा की जीत की है बारी
कोरबा। लोकसभा क्षेत्र कोरबा में 7 मई को मतदान होगा। इस क्षेत्र के मतदाता किसी भी पार्टी को चुनाव में रिपीट नहीं करते। इस लिहाज से वर्ष 2024 के चुनाव में भाजपा की जीत की बारी है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ का लोकसभा क्षेत्र कोरबा वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद गठित हुआ है। इस क्षेत्र में कोरबा जिले के चार, गौरेला- पेण्ड्रा -मरवाही जिले का एक, मनेन्द्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर जिले के दो और कोरिया जिले की एक विधानसभा सीट शामिल है।
पिछले चुनावों का परिणाम दे रहा ये संदेश
गठन के बाद कोरबा लोकसभा क्षेत्र में अब तक तीन चुनाव हो चुके हैं जिनमें से दो चुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और एक चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सांसद चुने गए हैं। वर्ष 2009 के पहले चुनाव में भाजपा नेत्री श्रीमती करुणा शुक्ला को हराकर कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर चरणदास महंत सांसद चुने गए थे। वर्ष 2014 के दूसरे चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री डॉ चरणदास महंत को पराजित कर भाजपा के डॉ बंशीलाल महतो सांसद निर्वाचित हुए थे। इसी तरह 2019 के लोकसभा के तीसरे चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्योतिनंद दुबे को हार का सामना करना पड़ा और कांग्रेस की श्रीमती ज्योत्सना महंत विजयी होकर लोकसभा पहुंचीं और अब चौथा चुनाव सम्पन्न होने जा रहा है। अब तक के चुनाव का ट्रेंड देखने से साफ हो जाता है कि इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ सरोज पांडेय सांसद चुनी जाएंगी।
जानिए वर्गानुसार कोरबा के मतदाताओं की संख्या
कोरबा लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक अनुसूचित जनजाति वर्ग के 44.5 प्रतिशत, अनुसूचित जाति के 09.2 फीसदी, मुस्लिम 03.5 प्रतिशत और शेष अन्य जाति समूह के सामान्य वर्ग के मतदाता हैं। लोकसभा क्षेत्र में साक्षरता दर 61.16 प्रतिशत है।
वर्तमान में इस लोकसभा क्षेत्र में 16,18,437 मतदाता हैं। पिछले चुनावी परिणाम बताते हैं कि क्षेत्र के मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को दोबारा मौका नहीं दिया है। पहले चुनाव में कांग्रेस, दूसरे चुनाव में भाजपा और तीसरे चुनाव में पुनः कांग्रेस ने कोरबा लोकसभा में जीत दर्ज की थी। अगर इस चुनाव में भी यह ट्रेंड बरकरार रहता है तो इस बार भाजपा की जीत की बारी है।
जनता आखिर क्यों चाहती है परिवर्तन
यहां बताना लाजिमी है कि पिछले कई दशकों से विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए एक ही परिवार यानि डॉ चरणदास महंत परिवार को ही तवज्जो दी जाती रही है। वर्तमान सांसद ज्योत्स्ना महंत की निष्क्रियता के कारण भी कोरबा की जनता बदलाव चाहती है। वहीं मोदी सरकार की योजनाओं से भारत के विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ते कदम से पूरे देश में भाजपा की बयार चल रही है ।
देश में लोकप्रिय भाजपा नेत्री के रूप में ख्याति प्राप्त डॉ सरोज पाण्डेय को कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी चुने जाने पर शहर के भाजपा नेताओं और मतदाताओं में हर्ष की लहर देखी जा रही है। कोरबा लोकसभा के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित डॉ सरोज पांडेय की आमसभा में उमड़ती लोगों की भीड़ इस बात की ओर इशारा कर रही है कि इस बार भाजपा की जीत तय है।