उपनयन संस्कार बालक को बल, ऊर्जा एवं तेज प्रदान करता है- पंडित देवशरण दुबे
कोरबा 01 फरवरी। 31 जनवरी 2024 बुधवार को एमपी नगर दशहरा मैदान मे सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के तत्वावधान मे में संदीप शर्मा नागपुर, शिवम पाठक कोरबा, रिषभ द्विवेदी, ऋषि झा, कपिल झा एवं रितिक झा बाल्को सहित 6 बटुको का सामूहिक निशुल्क उपनयन संस्कार किया गया। जिसे मुख्य आचार्य के रूप मे सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक पंडित देवशरण दुबे जी के साथ कोरबा जिला शाखा प्रभारी पंडित डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा एवं संस्थान के सदस्य पंडित योगेश पांडे, पंडित रामू तिवारी, पंडित गजेश तिवारी, पंडित अंकित पांडे, पंडित देवनारायण पांडे, पंडित प्रांजल पांडे, पंडित पुष्प राज दुबे, पंडित हर्ष नारायण शर्मा की देखरेख में कराया गया।
उपनयन संस्कार के विषय मे मुख्य आचार्य सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक पंडित देवशरण दुबे जी ने बताते हुये कहा की वैदिक धर्म में उपनयन एकादश संस्कार है। जो बालक को बल, ऊर्जा एवं तेज प्रदान करता है। इस संस्कार में बटुकों को दीक्षा दी जाती है और यज्ञोपवित धारण कराया जाता है। यज्ञोपवीत का अर्थ है यज्ञ के समीप या गुरु के समीप आना। यज्ञोपवीत एक तरह से बालक को यज्ञ करने का अधिकार देता है। शिक्षा ग्रहण करने के पहले यानी, गुरु के आश्रम में भेजने से पहले बालक का यज्ञोपवीत किया जाता था। भगवान रामचंद्र जी तथा कृष्ण जी का भी गुरुकुल भेजने से पहले यज्ञोपवीत संस्कार हुआ था। इस अवसर पर निशा देव नारायण पांडे,गंगा समारू लाल साहू, लक्ष्मीन जागवत साहु, सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक पंडित देवशरण पंडित देवशरण दुबे जी, श्रीमती नीता दुबे बाल व्यास पंडित सुयश दुबे जी, सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा, रूपाली साहू, सुनीता साहू, पुरुत प्रसाद भगत, नेत्रनन्दन साहू, कमल धारिया, मनोहर, हर्षित योगी, गोलू नामदेव, राघवेंद्र रघु वंशी, नागेन्द्र कमल, सिद्धराम शाहनी, राकेश इस्पात, स्नेहा मिश्रा एवं एवं एमपी नगर महिला समिति के सदस्यों ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।