किसानों की परेशानी खत्म होने का नाम नही, अब धान बिक्री की राशि के लिए बैंकों का लगा रहे चक्कर

कोरबा 25 जनवरी। किसानों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। फसल लगाने के समय मौसम की मार से किसान वैसे भी परेशान थे। खाद बीज के लिए किसानों को समितियों के चक्कर लगाने मजबूर थे और किसानों ने कड़ी मसकद के बाद धान की पैदावार कर उपार्जन केंद्रोंमें अपने धान का विक्रय किया। अब किसानों को बिक्री की गई धान की राशि के लिए बैंक का चक्कर काटना पड़ रहा है।

विकासखंड पाली क्षेत्र के नौ धान उपार्जन केंद्र के पंजीकृत किसानों को पाली स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा में भुगतान होने पर हर रोज किसानों की भीड़ उमड़ रही हैं। पाली सहित आसपास गांव की किसानों के पहुंचने से बैंक के सामने सुबह से लेकर शाम तक सड़कों पर भीड़ लगी रहती है। इससे सड़कों पर जाम की स्थिति निर्मित होती है साथ ही दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

जनपद पंचायत के स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा पाली में प्रतिदिन यहां पंजीकृत किसान खातेदार पैसा आहरण करने काफी संख्या में बैंक आते हैं। सरकार किसान के लिए लाख दावे किए परंतु किसानों की समस्या कम होते दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है। किसान कभी धान बीज, खाद, धान बिक्री या फिर पैसा आहरण करने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । धान बेचने के बाद किसानों को अब पैसा आहरण करने के लिए बैंक में चक्कर काटना पड़ रहा है। कई किसानों के बैंक पहुंचने से पहले लंबी लाइन लग जाती है इससे बैंक के सामने भारी भीड़ लग जाती है।

इससे सड़क में आवागमन करने वालों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है लाइन में खड़े-खड़े कई किसानों को चक्कर आ जाता है। वहीं सड़क जाम होने की स्थिति में कई किसान दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं पंजीकृत किसान भी पैसा आहरण करने के लिए परेशान और हताश होते नजर आ रहे हैं किसान सुबह छह बजे से बैंक पहुंच जाते हैं और अपनी बारी का इंतजार धूप में खड़े-खड़े करते रहते हैं इस दौरान कई किसानों को चक्कर भी आ जाती है। कई किसानों को अपनी बारी का इंतजार करते-करते शाम हो जाती हैं । ऐसे में किसानों को अपनी मेहनत की कमाई की राशि लेने के लिए जद्धोजहद करना पड़ता है। बैंक के सामने किसानो की भीड़ ऐसी लगी रहती है मानो बैंक उन्हें मुक्त में पैसा बांट रहा हो।

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