सिगड़ी जला कर सोए नौ लोगों की बिगड़ी हालत, अस्पताल दाखिल
कोरबा 31 दिसम्बर। ठंड से बचने के लिए एक परिवार कमरे में जलती हुई सिगड़ी रख कर सो गया। रात में उनका दम घुटने लगा और हालत बिगड़ गई। अन्य कमरे में सोए स्वजनों ने आनन-फानन में उन्हें विकासनगर कुसमुंडा चिकित्सालय लाया गया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। घटना कुसमुंडा थाना अंतर्गत न्यू रेलवे कालोनी की है, यहां निवासरत निर्मला टांडी के घर क्रिसमस मनाने स्वजन आए हुए थे। क्रिसमस के बाद भी स्वजन रेलवे कालोनी में ठहरे हुए थे।
शुक्रवार की रात ठंड से बचने निर्मला टांडी ने सिगड़ी जलवाई थी। कुछ देर तक आग तापने के बाद सिगड़ी को कमरे ही रखकर सभी सोने चले गए। देर रात अचानक कमरे में सोए लोगों के आखों में जलन, सिर दर्द और उल्टियां होने लगी। चक्कर आने की समस्या को देखते हुए उन्हें आनन-फानन में एसईसीएल के विकासनगर कुसमुंडा डिस्पेंसरी में लाया गया। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। मेडिकल कालेज अस्पताल में दाखिल लोगों में साइबो सोनवारी, हिमांगी नायक, नमिता नायक, नंदिनी नायक, दो पुरूष समेत नौ लोग शामिल हैं। सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
उज्ज्वला के बाद भी जला रहे सिगड़ीः-कोरबा में खदानों की बहुतायत है। यहां कोयला आसानी से उपलब्ध हो जाता है। यही वजह है कि खासकर मोहल्लों और बस्तियों में सिगड़ी में ही लोग भोजन पकाते हैं। सरकार ने धुआं से मुक्ति दिलाने उज्ज्वला योजना की शुरूआत की है। जिला प्रशासन द्वारा ऐसे हितग्राहियों को उज्ज्वला योजना का लाभ भी दिया गया है। मगर गैस की बढ़ती कीमत के कारण अधिकांश उज्ज्वला कनेक्शनधारी रिफिलिंग नहीं करा पा रहे है। यही वजह है कि इस तरह के मामलों में सिगड़ी जानलेवा साबित हो रहा है।