मिचोंग के असर से बारिश ने घोली ठंडक
कोरबा 05 दिसम्बर। चक्रवाती तुफान मिचौंग के कारण चल रही हवा ने यहां भी मौसम को बदलने के लिए मजबूर कर दिया है। चौथे प्रहर से शुरू हुई बारिश थम थम कर जारी है। इसके कारण जन स्वास्थ्य, कृषि व उत्पादन सहित अन्य क्षेत्र में परेशानी खड़ी हो गई है। चक्रवाती तूफान के कारण कोरबा नगर व जिले में मौसम पूरी तरह से बदल गया है। सरकार के द्वारा मौसम बिगडने को लेकर अग्रिम रूप से अलर्ट जारी करने से संभावित खतरे और समस्या को कुछ हद तक नियंत्रित कर लिया गया। इधर बारिश होने के कारण ठंड बढने से राहत पाने लोग अब अलाव का सहारा लेने लगे हैं। आसमान में बादल छाने के साथ ही सुबह से ही बारिश हो रही है जिसके कारण मौसम काफी ठंडा हो गया है।
आगामी कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह के बने रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। कोरबा जिले में तूफान से उपजी स्थिति हर कही सिरदर्द बनी हुई है। सर्वाधिक दिक्कत बागवानी फसलों को लेकर है। उनमे नुकसान होने का पूरा डर है। जबकि किसानों के द्वारा जानबूझकर देरी से धान की कटाई और बिक्री करने में रुचि नही लेने से आफत आ गई है। वही 1 नोवेम्बर से सीमित मात्रा में बेची गई की सुरक्षा की भी चिंता बनी हुई है। हालांकि प्रशासन के निर्देश पर पहले से ही उपार्जन केंद्रों में आवश्यक संसाधन की व्यवस्था की जा चुकी है। इसके माध्यम से अब तक क्रय की गई धान की सुरक्षा तय हो सकेगी।
ठंडी के मौसम में वैसे ही समस्याएं पेश आती हैं। ऐसे मौसम में चक्रवाती तूफान के असर से बारिश होने के कारण हालात और खतरनाक हुए हैं। चिकित्सकों ने नागरिकों को समझाइईश दी है कि वह इस मौसम को बेहद गंभीरता से ले और किसी भी तरह से उपेक्षा ना करें । विशेष रूप से छोटे बच्चों और वृद्धो की केयर करनी होगी। हर हाल में उन्हें गर्म कपड़े में रखा जाए। इसके साथ ही जन सामान्य भी ठंडी चीजों का उपयोग करने से बचे। स्वास्थ्य बिगडने पर खुद उपचार करने की बजाय डॉक्टर की मदद जरूर ली जाए।