कोरबा के मतदाताओं ने नए चेहरों पर जताया भरोसा, पुरानों को किया रिजेक्ट

कोरबा। जिले की चार विधानसभा क्षेत्र से प्रमुख पार्टी कांग्रेस, भाजपा और गोंगपा से 4 प्रत्याशी ऐसे थे जिन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा औऱ 3 प्रत्याशियों को जनता ने जीता दिया। चुनाव जीतने वाले नये चेहरे में रामपुर से फूलसिंह कंवर (कांग्रेस), कटघोरा से प्रेमचंद पटेल (भाजपा) औऱ पाली तानाख़ार से तुलेश्वर मरकाम (गोंगपा) का नाम शामिल हैं। तानाखार सीट से चौथा नया चेहरा कांग्रेस की दिलेश्वरी सिदार थी जो चुनाव हार गई। वहीं पुराने चेहरे ननकीराम कंवर (भाजपा), जयसिंह अग्रवाल (कांग्रेस), रामदयाल उईके (भाजपा), लखनलाल देवांगन (भाजपा) और पुरुषोत्तम कंवर (कांग्रेस) पार्टी प्रत्याशी के रूप में अपनी किस्मत आजमाने मैदान उतरे इनमें लखन देवांगन को छोड़कर बाकी सभी को जनता ने नकार दिया।

वी आई पी सीट कोरबा से प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को पूर्व महापौर लखनलाल देवांगन 25 हजार से अधिक वोट से हराकर इस सीट पर पहली बार भाजपा का खाता खोलने में सफल हुए हैं। विधानसभा सीट कोरबा के अस्तित्व में आने के बाद से वर्ष2008, 2013 और 2018 का चुनाव कांग्रेस के जयसिंह अग्रवाल ने जीता। वर्ष 2018 में राज्य की 90 सीट में 68 सीट जीत कर प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनी। जयसिंह अग्रवाल सरकार में राजस्व मंत्री बनाये गए। इसी प्रकार कटघोरा से पुरुषोत्तम कंवर जीते। रामपुर से ननकीराम कंवर औऱ तानाख़ार से मोहित केरकेट्टा ने चुनाव जीता। पुरुषोत्तम कंवर और केरकेट्टा पहली बार विधायक बने। वर्ष2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने केरकेट्टा की टिकट काटकर दिलेश्वरी सिदार को टिकट दी थी। इस वर्ष जिले के 3 पुराने चेहरे भारी मतों से हारे। इसके पीछे जनता की नाराजगी अपने क्षेत्र के विधायक से रही। एक तरफ जनता नाराज थी तो दूसरी तरफ असंतुष्ट नेता ओर कार्यकर्ताओं ने आग में घी डालने का काम किया और अपने ही पार्टी के प्रत्याशी को भारी नुकसान पहुचाया, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी। वैसे पूरे प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ लहर चली और इस लहर की चपेट में कोरबा जिला भी आ गया। पहले कांग्रेस के कब्जे में तीन सीट कोरबा, कटघोरा और तानाखार थी। वहीं भाजपा के पास एकमात्र रामपुर सीट थी। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस केवल रामपुर सीट ही जीत पाई। भाजपा ने दो कोरबा व कटघोरा सीट पर जीत दर्ज की वहीं तानाखार सीट पर गोंगपा का कब्जा हो गया है।

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