मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा आने से किया परहेज, क्या इसके पीछे है कोई राज ?

कोरबा 26 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश में घूम -घूम कर कांग्रेस प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने कोरबा जिला आने से परहेज किया? कहीं इसके पीछे कोई राज तो नहीं है?

शहर में खबर थी कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन दाखिले के लिए कोरबा आएंगे। लेकिन पिछली रात तक उनके कोरबा आगमन की कोई खबर नहीं आई। इस बीच कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के कोरबा आगमन की पुष्टि कांग्रेस नेताओं ने की, लेकिन आज जब कुमारी शैलजा कोरबा पहुंची तो उनके साथ दीपक बैज नहीं थे। जैसा कि पहले से ही तय माना जा रहा था विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और सांसद ज्योत्सना महंत जरूर नामांकन दाखिले के लिए कोरबा आये। बहरहाल इन्हीं नेताओं की उपस्थिति में रामपुर, कोरबा, कटघोरा और पाली तानाखार के कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया।

मामूली सा प्रतीत होने वाला यह घटनाक्रम उन चर्चाओं को एक बार और हवा देता नजर आ रहा है जो लंबे समय तक शहर की फिजा में तैरती रही थी और कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लंबे समय से कोरबा में अपने खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को इस चुनाव में धूल चटाना चाहते हैं? ऐसे में क्या यह माना जा सकता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा नहीं आकर अपने इरादों का संकेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कोरबा के मतदाताओं को दे दिया है?

राजनीतिक गलियारों में तो चर्चा यह भी है कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सुपरसीट कर दिल्ली से डायरेक्ट हो गए हैं और अपने कौशल से अपनी सारी इच्छाएं पूरी कर लेते हैं। सच्चाई क्या है यह तो संबंधित नेता ही जानते हैं लेकिन राजनीतिक गलियारे में कयासों का बाजार गर्म है।

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