सड़क से उठाए मवेशियों को छोड़ा जंगल में, विवाद के बाद पहुंचाया गौठान

कोरबा 22 सितंबर। मुख्य सडक़ों पर बैठे मवेशियों को नगर निगम उठाकर गौठान तो ले जा रहा है लेकिन वहां मवेशियों के लिए चारा पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। जीवों के संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों का आरोप है, कि निगम मवेशियों को सडक़ों से उठाकर वहां छोड़ रहा है जहां मवेशी तस्कर सक्रिय है। ऐसे में गौवंश का संरक्षण कैसे होगा।

रिस्दी चौक पर बीती रात उस वक्त विवाद की स्थिती निर्मित हो गई जब नगर निगम के कर्मचारी सडक़ पर बैठे मवेशियों को उठाकर जंगल की तरफ ले जा रहे थे। गौवंश के संरक्षण में लोगों ने मवेशी से भरे वाहन को रुकवा दिया और निगम के कर्मचारियों से जमकर विवाद किया। उनका कहना है,कि निगम के कर्मी मवेशियों को गौठान ले जाने के बजाए उन्हें उस स्थान पर छोड़ा जा रहा है जहां मवेशी तस्कर सक्रिय है। सडक़ पर जमे मवेशियो को उठाकर गौठान में छोडऩे का प्रावधान है जहां उनके लिए चारा पानी की व्यवस्था हो सके। मवेशियों को गौठान में तो छोड़ा जा रहा है लेकिन उनके लिए चारा पानी की व्यवस्था नहीं की जा रही है। जिसकी शिकायत करने पर मवेशियों को गौठान के बजाए जंगल में छोड़ दिया जा रहा है। यानी कुल मिलाकर गौवंश के संरक्षण के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई जा रही है। रिस्दी चौक पर हो रहे विवाद की जानकारी मिलती है निगम के अधिकारी और पुलिस भी मौके पर पहुंच गए और स्थिती को नियंत्रण में करने का प्रयास किया। स्थिती को बिगड़ता देख निगम के अधिकारियों ने कर्मचारियों को मवेशियों को गौठान में छोडऩे के निर्देश दिए साथ ही उनके लिए चारा पानी की व्यवस्था करने की बात कही तब जाकर जीवों का संरक्षण करने वाले संस्था के लोग शांत हुए।

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