बुल्स आन व्हील्स के राइडर्स ने कोरबा से भोरमदेव तक 250 किलोमीटर की रोमांचक यात्रा की

कोरबा 22 सितंबर। भारत का मान चंद्रयान का माडल लेकर निकले बुल्स आन व्हील्स के राइडर्स ने कोरबा से भोरमदेव तक रोमांचक यात्रा की। चंद्रमा की अनछुई जमीन पर तिरंगा लहराकर नया कीर्तिमान रचने वाले भारत के मान चंद्रयान की ख्याति आज सारी दुनिया में विश्वविजय का जयघोष कर रही है। इस ऐतिहासिक सफलता का जश्न आगे बढ़ाते हुए बुल्स आन व्हील्स नामक राइर्डर्स ग्रुप ने आन रोड 250 किलोमीटर की बुलेट राइडिंग कर छत्तीसगढ़ की सड़कों को चूमा। इस दौरान अंतरिक्ष में नया इतिहास कायम करने वाले चंद्रयान का माडल बुलेट पर सवार होकर भोरमदेव तक गया और कोरबा वापस लौटा।

कोरबा के चिल्फी तक के इस आयोजन से उन्होंने राष्ट्रीयता का एक अनूठा संदेश दिया। इस दौरान राइडर्स का नेतृत्व कर रहे कैलाश आटो एजेंसी के डायरेक्टर आलोक दिवाटे ने अपनी रायल एनफील्ड में चंद्रयान का मॉडल कैरी किया और अपने ग्रुप बुल्स आन व्हील्स के मेंबर्स के साथ कोरबा से भोरमदेव तक रोमांचक यात्रा की। इस टीम में 22 रायल एनफील्ड पर सवार होकर बुल्स आन व्हील्स के करीब 35 सदस्यों ने भागीदारी निभाई। 18 और 19 सितंबर को आयोजित कोरबा से चिल्फी रेंज तक इस दो दिनों की रोमांचक वन राइड में उन्होंने भोरमदेव, पिढ़ाघाट वाच टावर, चिल्फी घाटी और रानी धारा झरना की खूबसूरती का आनंद लिया। इसके बाद पुन: 250 किलोमीटर की राइड कर सभी राइडर वापस कोरबा आए। इस राइड में सभी राइडर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए एक एम्बुलेंस भी साथ गया था।

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