हाथियों ने उत्पात मचाने के साथ किसानों की मेहनत पर फेर रहे पानी

कोरबा 09 अगस्त। जिले के कटघोरा व कोरबा वनमंडल में हाथियों ने उत्पात मचाने के साथ किसानों की मेहनतों पर पानी फेरना शुरू कर दिया है जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है और काफी आक्रोश है।

कटघोरा वनमंडल के पसान, केंदई व जटगा रेंज में बड़ी संख्या में हाथी घूम रहे हैं जिसमें से 17 हाथी केंदई रेंज के लमना गांव में सक्रिय हैं। इन हाथियों ने बीती रात उत्पात मचाते हुए लगभग एक दर्जन किसानों के खेतों में लगे धान की फसल व थरहे को नष्ट कर दिया। लमना गांव में हाथियों द्वारा उत्पात मचाए जाने तथा धान फसल को रौंदे जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला आज मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गया है। साथ ही नुकसानी का आंकलन करने का काम भी किया जा रहा है।

पसान रेंज के बनिया गांव में 5 तथा जटगा रेंज के जटगा पहाड़ में 7 हाथी घूम रहे हैं। इन हाथियों द्वारा कोई बड़ा नुकसान नहीं किये जाने का समाचार है। इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज के जिल्गा क्षेत्र में 13 हाथी विचरण कर रहे हैं। इन हाथियों ने लगातार दूसरे दिन उत्पात मचाते हुए आधा दर्जन किसानों के खेत में लगे धान की फसल तथा नर्सरी को रौंद दिया। जिल्गा में हाथियों द्वारा फिर उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला आज सुबह मौके पर पहुंचा और हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का आंकलन करने के साथ ही रिपोर्ट तैयार की। कल भी हाथियों के इस दल ने कुदमुरा रेंज के जिल्गा, लुदूखेत, गेरांव व एक अन्य गांव में उत्पात मचाते हुए कई किसानों के फसल को चौपट कर दिया था। हाथियों द्वारा लगातार उत्पात मचाकर फसल रौंदे जाने से किसानों में गहरा आक्रोश है।

हाथी प्रभावित गांव के किसान हाथी समस्या से स्थायी समाधान, अपने फसल की सुरक्षा तथा जान-माल की रक्षा के लिए लगातार प्रशासन व वन विभाग से गुहार लगा रहे हैं लेकिन अब तक न तो प्रशासन द्वारा हाथी समस्या के निदान के लिए कोई कदम उठाया गया है और न ही वन विभाग की ओर से कोई राहत दिया गया है। फलस्वरूप वे नुकसानी सहने को मजबूर हैं। कई बार ग्रामीणों की जान पर भी खतरा बन जाता है।

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