पटाढ़ी काण्ड: डैमेज कन्ट्रोल में जुटी जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा

कलेक्टर से किया बरसात में बेदखली रोकने का अनुरोध

शहर कांग्रेस के लेटर पैड पर ग्रामीण कांग्रेस की चिट्ठी क्यों लिखी गई है ?

कोरबा 28 जून। चाम्पा- कोरबा- कटघोरा राजमार्ग के मामले में बिना मुआवजा और नोटिस दिए ग्रामीणों के आशियाने पर रात के अंधेरे में बुलडोजर चलाने की घटना से कांग्रेस को गहरा धक्का लगा है। अब जिला कांग्रेस कोरबा डैमेज कन्ट्रोल में करने में जुट गई है।

इस संदर्भ में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप जायसवाल ने कलेक्टर कोरबा को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में जिले अंतर्गत कोरबा-चांपा मार्ग में एन एच के प्रभावित ग्रामीणों किसानों के साथ अब कोरबा जिला कांग्रेस कमेटी भी आ गई है। जिला कांग्रेस कमेटी शहर कोरबा के लेटर पैड में सुरेंद्र प्रताप जायसवाल द्वारा कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा गया है कि सरकार ऐसी कार्यवाही की पक्षधर नहीं है। एन एच-149 बी कोरबा- चांपा सडक़ निर्माण के ऐसे भू-स्वामियों एवं रहवासियों, जिनका मुआवजा नहीं दिया गया है, उनके बेदखली पर रोक लगाई जाए।

कलेक्टर को दिए पत्र में जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि अनेकों स्थाई रूप से निवासरत लोगों ने जानकारी दी है कि उन्हें बिना मुआवजा दिये दबावपूर्वक बेदखल किया जा रहा है। छ. ग. की लोकप्रिय सरकार इस तरह की कार्यवाही की पक्षधर नही है। बिना किसी उचित मुआवजा या व्यवस्थापन पूर्व किसी भी व्यक्ति एवं उसके परिवार को भरी बरसात में बेदखल किया जाना मानवीय दृष्टिकोण से उचित नही है।

दरअसल पिछले दिनों रात के वक्त पटाढ़ी गांव में बुलडोजर चलाकर कुछ ग्रामीणों के घर तोड़ दिए गए। दूसरे दिन ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर को दी। उन्हें बताया गया कि रात में जिन ग्रामीणों का घर तोड़ा गया है, उन्हें न तो मकान तोड़ने की कोई नोटिस दी गई है और न ही मुआवजा दिया गया है। अब बरसात आ गई है तो उनका मकान तोड़ दिया गया है। विधायक कंवर इस घटना के विरोध में ग्रामीणों के साथ चक्काजाम कर धरना पर बैठ गए। जाम की सूचना पर कोरबा तहसीलदार देवांगन वहां पहुंचे, जिन्होंने विधायक के सामने ही ग्रामीणों को तेवर दिखाना शुरू कर दिया। बात यहीं बिगड़ गई। ग्रामीणों के साथ विधायक ने उन्हें वापस जाओ के नारे लगाकर वापस भेज दिया। मामले में बिना मुआवजा और सूचना दिए ग्रामीणों का मकान तोड़ने की लिखित रिपोर्ट उरगा थाना में देकर सम्बन्धितों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की गई। ग्रामीणों ने मुआवजा भुगतान के एवज में रिश्वतखोरी का आरोप भी लगाया।

इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब रामपुर विधायक ननकीराम कंवर को टारगेट कर समाचार वायरल कराया गया। विधायक ने मीडिया से कहा- गलत करने वाले पर कार्रवाई नहीं होगी तो कलेक्टर आएगा तो वह भी मार खायेगा।

लेकिन इससे इतर, पटाढ़ी में कई गई तोड़फोड़ से पूरे क्षेत्र में गहरी नाराजगी फैल गई। विधायक ननकीराम कंवर को लेकर किये जा रहे दुष्प्रचार के अलावे क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं की चुप्पी के कारण लोगों में तीव्र प्रतिक्रिया हुई। पटाढ़ी सहित आसपास के करीब 40 गांव में कांग्रेस को लेकर रोष फैल गया। समझा जाता है कि इसी बात की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। मजेदार बात तो यह है कि सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष हैं, लेकिन उन्होंने जिला कांग्रेस शहर के लेटर पैड पर कलेक्टर को पत्र लिखा है। अब लोग इस बात को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि शहर कांग्रेस के लेटर पैड पर ग्रामीण कांग्रेस की चिट्ठी क्यों लिखी गई है? क्या इसके पीछे भी कोई रहस्य है?

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