SECL: गेवरा खदान विस्तार का हो सकता है- सख्त विरोध….!

कोरबा 5 जून। एस ई सी एल बिलासपुर की कोरबा जिला अंतर्गत गेवरा कोयला खदान के विस्तार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने 6 जून 2023 को एसईसीएल गेवरा स्टेडियम में सुबह 11 बजे जन सुनवाई होगी। एस ई सी एल की श्रमिक यूनियन इंटक के बाद किसान सभा ने भी इस जनसुनवाई का विरोध करने की चेतावनी दी है। जनसुनवाई में खदान प्रभावित 25 गांवों के प्रभावितों को शामिल करने मुनादी कराई गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष में एसईसीएल गेवरा को 52.5 मिलियन टन के उत्पादन टारगेट के बीच एरिया प्रबंधन 70 मिलियन टन के उच्चतम लक्ष्य पर फोकस करते हुए खदान का विस्तार करने के लिए जनसुनवाई कर रहा है। एसईसीएल गेवरा स्टेडियम में जनसुनवाई होगी। एसईसीएल गेवरा प्रबंधन की ओर से पार्षदो, सरपंचों को 25 गांवों में जनसुनवाई को लेकर कोटवार के माध्यम से मुनादी कराने कहा गया था। इधर इंटक यूनियन के बाद किसान सभा ने जनसुनवाई का विरोध करने का संगठन की हुई बैठक में निर्णय लिया है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि छोटे खातेदार एसईसीएल में रोजगार से वंचित हो रहे हैं। इससे उनके समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या खड़ी हो जाती है। ऐसे में खदान विस्तार को लेकर घोषित जनसुनवाई का विरोध करेंगे।

जन सुनवाई में इन 25 गांवों को बुलावा

गेवरा, मनगांव, घाटमुड़ा (गंगानगर), धुरेना, दीपका, एशिया जूनाडीह, बरेली, बिंझरा, बेलटिकरी, झिंगटपुर, पोड़ी, हेक्टेय कुसमुंडा, अमगांव, रलिया, बाहनपाठ, भठोरा, भिलाईबाजार, नरईबोध, खोडरी, चुरैल और सलोरा।

एशिया की सबसे बड़ी खदान का क्षेत्रफल बढ़ेगा

एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा माइंस का क्षेत्रफल 4184.486 हेक्टेयर है। खदान विस्तार से क्षेत्रफल बढ़कर 4781.798 हेक्टेयर हो जाएगा। इसकी पर्यावरण मंजूरी के लिए ही जनसुनवाई हो रही है, लेकिन इसके पहले ही भूविस्थापितों के हित व अधिकार को लेकर संघर्ष कर रही संगठनों का विरोध सामने आ गया है।

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