जिले में श्री रामचंद्र का प्राकट्य उत्सव आस्था और उमंग के साथ मनाया गया

कोरबा 30 मार्च। रघुकु ल भूषण मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र का प्राकट्य उत्सव रामनवमीं नगर सहित जिले में अतीव आस्था और उमंग के साथ मनाया गया। मध्यान्ह 12 बजे मंदिरों में भगवान के उत्सव के साक्षी बनने के लिए काफी संख्या में भक्त उपस्थित हुए। इसके बाद मंगल गान संपन्न हुआ। भगवान के अवतरण की खुशी में भक्तों को मिष्ठान बांटा गया।

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमीं तिथि को भगवान का अवतरण इस धराधाम में हुआ था। मधुमास की बेला में सभी ग्रह और नक्षत्र की अनुकूलता के बीच उन्होंने सज्जन शक्ति की रक्षा और दुष्टों के विनाश के लिए अवतार लिया। युगों पुरानी मान्यता को निभाते हुए चैत्र रामनवमीं को भगवान का प्राकट्य पर्व मनाने के लिए कोरबा नगर के प्राचीन रामजानकी मंदिर, राममंदिर पुराना बस स्टैंड, महाराणा प्रताप प्रांगण बुधवारी, हनुमान मंदिर कोसाबाड़ी, आरपी नगर, हनुमानगढ़ी कटघोरा, राममंदिर बालकोनगर, रामकचहरी फुटका पहाड़ए,सर्वेश्वर मंदिर प्रगतिनगर सहित अनेक स्थानों पर आयोजन हुए। काफी संख्या में सनातन धर्म के अनुयायी यहां पर शामिल हुए। सुबह से ही यहां भगवान के अभिषेक का कार्य प्रारंभ हुआ। दोपहर 12 बजे से पहले मंदिरों के पट बंद किये गए और अन्य विधान पूरे किये गए। अभिजीत मुहूर्त में प्राकट्य उत्सव की खुशी में घंटे, घडिय़ाल, मृदंग और दूसरे वाद्य यंत्रों की गूंज ने वातावरण को खास बनाया। भय प्रकट कृपाला, दीन दयाला कौशिल्या हितकारी3 की स्तुति के साथ यह खुशी दोगुनी हुई। मंदिर परिसरों में मातृशक्ति द्वारा जन्मोत्सव पर मंगलगान प्रस्तुत किये गए। इसके अलावा प्रतीक के तौर पर उपहार लोगों को देकर उन्हें शुभकामनाएं दी गई। इस दौरान पुरोहितों ने वेदमंत्रों के माध्यम से भगवान के प्राकट्य और इसके पीछे के उद्देश्य को न केवल साझा किया बल्कि संदेश दिया कि कालखंड परिर्वतन के साथ भी ईश्वर की सूक्ष्मसत्ता हमारे सामने मौजूद है। हम इसे अपनी भावनाओं से महसूस करते रहेंगे। क्योंकि सर्वकालिक है।

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