ए.एस.आई. के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी.. कोरबा पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

कोरबा 25 मार्च। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बांगों पुलिस थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक ( ए एस आई ) नरेन्द्र सिंह परिहार के अंधे कत्ल के आरोपी को पकड़ने में कोरबा पुलिस को सफलता मिल गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने यह जानकारी दी है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि विगत 09 एवं 10 मार्च 2023 के दरम्यानी रात को ए एस आई नरेन्द्र सिंह परिहार की थाना के समीप बैरक में धारदार हथियार से क्रूरता पूर्वक हत्या कर दी गई थी।

पुलिस के अनुसार सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार की घटना की रात नाईट गश्त पर ड्यूटी लगी थी। रात लगभग 1:00 तक उनकी मोबाइल पर अपने परिजनों और सहकर्मियों से बात हो रही थी। इसके बाद वह बैरक स्थित अपने कक्ष में विश्राम के लिए चले गए थे। वही रात में किसी वक्त अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। घटना की जानकारी सुबह 7:00 बजे पुलिस को उस समय मिली जब सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह तोमर के सहयोगी पुलिसकर्मी उन्हें उठाने के लिए बैरक में पहुंचे। सुबह उनके कक्ष का दरवाजा खुला हुआ था। पुलिसकर्मी भीतर गए तो वहां सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार का रक्तरंजित शव उन्हें दिखा। घटना की सूचना तत्काल विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गई। सूचना पाकर जिला पुलिस अधीक्षक यू. उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, एसडीओ पुलिस कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।

मृतक ए.एस.आई. परिहार

आपको बता दें कि ए एस आई की हत्या के बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया था। प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया था और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा था कि जब प्रदेश में पुलिस सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी कैसे सुरक्षित हो सकता है?

घटना का पता चलने के बाद थाना प्रभारी बांगो द्वारा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों को ए एस आई की हत्या की सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक यू. उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और सायबर सेल की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बी एन मीणा द्वारा भी घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। प्रकरण में थाना बांगो में अपराध क्रमांक 46 / 2023 धारा 458, 302 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में जल्द से जल्द अज्ञात आरोपी को पकड़ने टीम गठित किया गया। अज्ञात आरोपी की पतासाजी के लिए एफएसएल टीम, डॉग स्क्वायड कोरबा एवम बिलासपुर की सयुंक्त सायबर टीम जांच में जुट गई। मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस टीम विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से अनुसंधान कर रही थी। सयुंक्त साइबर टीम द्वारा घटना का समय जो रात्रि 12 बजे से सुबह 06:30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था जिसमें विश्लेषण के आधार पर संदेही करण गिरी को चिन्हित किया गया। संदेही करण गिरी को तलब कर पूछताछ किया गया जो पहले घटना करने से इंकार करता रहा, फिर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपराध करना स्वीकार कर लिया।

आरोपी करण गिरी

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि ए एस आई परिहार की हत्या का तात्कालिक कारण 8 मार्च को होली के दिन उनके साउंड सिस्टम को बंद करना और जप्त कर लेना था। उसने बताया कि दिनांक 08 मार्च 2023 को होली त्योहार में मोहल्ला में डीजे बजाकर होली त्योहार मना रहे थे तब थाना से ए एस आई नरेन्द्र सिंह परिहार आकर रात्रि 09:30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे थाना ले गया था। इसके दूसरे दिन दिनांक 09 मार्च 2023 को पुलिस की होली थी। बांगो थाना में रात्रि 09:30 बजे तक पुलिस कर्मी डी जे बजाकर होली मना रहे थे, जिसमें परिहार भी शामिल थे। यह देखकर आरोपी करण गिरी आक्रोशित होकर रात को परिहार की हत्या करने की ठान ली। पुलिस वालों का आना जाना बंद हो जाने के बाद, सूनसान पाकर मृतक के कमरे के दरवाजे को खटखटाया। जैसे ही परिहार ने दरवाजा खोला तब मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिये कहकर आक्रोशित होकर हत्या करने के लिये टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर परिहार को मारकर वहां से भाग गया। घटना के बाद उसने गांव की नदी के पास झाड़ी में टंगिया ( कुल्हाड़ी ) को छिपा दिया था जिसे आरोपी की निशानदेही पर जप्त किया गया है।

आरोपी ने यह भी बताया कि मृतक ए एस आई नरेन्द्र सिंह परिहार ने उसे माह दिसम्बर 2022 में शराब प्रकरण में जेल भेज दिया था। उसे करीब 15-20 दिन जेल में रहना पड़ा था। इस वजह से भी वह परिहार से नाराज था।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि घटना में प्रार्थी एवं गवाहों का कथन, निरीक्षण घटना स्थल, पीएम रिपोर्ट, जप्तशुदा टांगी, कपडा एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपी करण गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष साकिन ठिहाईपारा बावापारा कोनकोना थाना बांगो जिला कोरबा छ.ग. के द्वारा अपराध करना पाये जाने से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

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