कोरबा 03 मार्च। सीएसईबी पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत राताखार बाईपास रोड पर शुक्रवार को सुबह दर्दनाक हादसे में एक महाविद्यालय छात्र की मौत हो गई। अपने एक मित्र को रेलवे स्टेशन में छोड़कर छात्र अपने घर लौट रहा था। घटना की जानकारी होने पर यह आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने घटना के लिए इस रास्ते पर अवैध रूप से वाहनों के खड़े रहने और एक खतरनाक मोड़ को सही नहीं करने को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम करने के साथ मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

राताखार क्षेत्र में उस समय कोहराम मच गया जब यहां के लोगों को हादसे में 19 वर्ष के हिमांशु जायसवाल की मौत होने की जानकारी मिली। बताया गया कि वह अपने एक मित्र को छोडऩे के लिए रेलवे स्टेशन गया हुआ था और वहां से अपने घर लौट रहा था। राताखार बाईपास पर एंट्री करने के साथ यहां पर एक हाईवा से उसकी बाइक की टक्कर हो गई। हाईवा के संपर्क में आने के साथ युवक बाइक सहित भीतर जा घुसा और मौके पर ही उसकी जिंदगी समाप्त हो गई। घटनास्थल पर युवक के सिर से अत्याधिक मात्रा में रक्त स्राव होने से बचाने की कोई कल्पना भी नहीं कर सका। मुख्य मार्ग पर हादसे में युवक की मौत की खबर जल्द ही आसपास के लोगों को हो गई और उनकी भीड़ लग गई। इस दौरान पुलिस की टीम यहां पर पहुंची जिसने नाराज लोगों को किसी तरह से नियंत्रित किया। इस सिलसिले में पुलिस के द्वारा वाहन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला और मर्ग कायम किया गया है। मृतक का शव पंचनामा की कार्रवाई के पश्चात पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

इससे पहले भी इस रास्ते पर हादसे हो चुके हैं और इसे लेकर भी हर बार आसपास के लोगों के द्वारा नाराजगी जाहिर की गई लेकिन संबंधित परिस्थितियों को बेहतर करने के बारे में गंभीरता नहीं दिखाई गई। हिमांशु के परिजन मदन जयसवाल और राजेंद्र जायसवाल ने सवाल किया है कि आखिरकार इस रास्ते पर भारी वाहनों को कहीं भी खड़े रहने की छूट क्यों मिली हुई है। इसके चलते छोटे वाहन में आने वाले लोगों को आगे का रास्ता साफ नहीं दिखता और अक्सर हादसे हो जाते हैं।

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