वाहन चालकों का भौतिक सत्यापन में कमी, बढ़ रहे हादसों का ग्राफ
कोरबा 19 जनवरी। व्यवस्था को ठीक करने के लिए दावों के साथ-साथ जमीन पर काम करने की जरूरत होती है। अलग-अलग कारणों से इस मामले में रूचि नहीं लेने के नतीजे प्रतिकूल आने स्वाभाविक होते हैं। नगर की सड़कों पर रेत और दूसने सामान लेकर दौड़ रहे वाहनों में चालकों का भौतिक सत्यापन न होने के कारण हादसे बढ़ रहे हैं। हाल में ही हुई घटना में आठ वाहनों को नुकसान पहुंचा। जांच में मालूम चला कि चालक गंभीर बीमारी की जद में है। इसके बाद से इलाके के लोगों की चिंता बढ़ गई है कि पता नहीं आगे क्या होगा।
वाहन चालकों को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किये जाने की प्रक्रिया में स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट के अलावा कई अन्य औपचारिकताएं जरूरी होती है। वाहन चलाने की जानकारी होने से लेकर विभाग के द्वारा ली जाने वाली सामान्य परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होती है। इन सबके पीछे उद्देश्य होता है कि जो व्यक्ति किसी भी तरह के वाहन चलाने लाइसेंस चाह रहा है वह पूरी तरह से फिट है या नहीं। इन सबके बावजूद गैर जिम्मेदार लोग अलग-अलग स्तर से सांठगांठ और एप्रोच के जरिए ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने में न केवल सफल हो रहे हैं बल्कि ट्रांसपोर्टिंग लाइन में नियोजित भी हो रहे हैं। उनकी कार्यप्रणाली के कारण खासतौर पर रिहायशी क्षेत्रों वाले आंशिक मार्गों में दुर्घटना की आशंका न केवल बनी हुई है बल्कि घटनाएं हो भी रही है। तीन दिन पहले इंदिरा विहार आवासीय परिसर क्षेत्र में रेत ढोने के काम में लगे वाहन की चपेट में छोटे-बड़े आठ वाहन आए और उन्हें जबरदस्त नुकसान पहुंचा। इस रास्ते से गुजरते हुए भारी वाहन ने इन घटनाओं को अंजाम देने के साथ क्षेत्रवासियों को दहशत से भर दिया। मौके पर हुई पिटाई और उसके बाद पुलिस के द्वारा वाहन चालक का स्वास्थ्य परीक्षण कराने पर मालूम चला कि वह काफी समय से मिर्गी की चपेट में था। परिजनों ने इस बारे में उपचार से संबंधित पर्चियां भी मुहैया कराई है। इस पर और ज्यादा चिंता खड़ी हो गई। माना जा रहा है कि यह तो केवल एक मामला है जिसमें हादसा होने पर तथ्य सार्वजनिक हुए।
आशंका जताई जा रही है कि चोरी की रेत के काम को अंजाम देने के लिए इसी तरह के वाहन चालकों को रखा गया है ताकि वे मनमाने तरीके से किसी भी रास्ते का उपयोग कर अवैध कारोबारियों को फायदा पहुंचा सके। ऐसे मामलों में पुलिस किस तरह से निगरानी कर रही है, यह वही जानती है। आबाध गति से चल रहा काम खबर के मुताबिक सर्वमंगला नगर इलाके में कादिर और चिरू की जोड़ी रेत चोरी के काम को बड़े पैमाने पर अंजाम दे रही है जबकि मोतीसागर पारा क्षेत्र में सक्रिय रेत चोर गिरोह ने अपनी शिफ्टिंग भिलाई खुर्द इलाके में कर ली है।