जंगल विभाग में जंगल राज, विधायक दल को नहीं मिला अवैध बांस कटाई मामले में अधिकारियों का जवाब

कोरबा 19 अगस्त। जैसा नाम, वैसा काम। यह उक्ति जंगल विभाग अर्थात वन विभाग पर सौ फीसदी लागू होती है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि जंगल विभाग में जंगल राज प्रभावी है। तभी तो बांकी के हल्दी बांस बाड़ी में अवैध बांस कटाई के मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल को प्रकरण के संबंध में किसी भी अधिकारी ने अब तक प्रतिवेदन नहीं दिया है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक द्वारा वन मण्डल कटघोरा में हुई अवैध बांस कटाई की जांच के लिए गठित विधायकों की समिति के अध्यक्ष और जिले के रामपुर क्षेत्र के विधायक ननकीराम कंवर ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भाजपा विधायकों कृष्णमूर्ति बांधी और सौरभ सिंह के साथ उन्होंने बांकी के हल्दी बांस बाड़ी में पहुंचकर एक पखवाड़ा पहले स्थल निरीक्षण किया था। इसके बाद कटघोरा डी.एफ.ओ. शमा फारूखी सहित प्रकरण की विभागीय जांच करने वाले एस.डी.ओ.वन और रेंजर को नोटिस देकर वस्तु स्थिति संबंधी तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा था। लेकिन एक पखवाड़ा से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी भी अधिकारी ने समिति को प्रतिवेदन नहीं दिया है।
विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने कहा है कि अधिकारियों का यह आचरण विधानसभा सदस्यों से दुर्व्यवहार, अनुशासन हीनता और विधानसभा की अवमानना के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि उनकी समिति विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को अपना प्रतिवेदन देकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासन हीनता और विधानसभा की अवमानना की कार्रवाई हेतु सिफारिश करेगी।
अविभाजित मध्य-प्रदेश और बाद में छत्तीसगढ़ में वन मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके पूर्व केबीनेट मंत्री ननकीराम कंवर ने बताया कि कटघोरा के साथ-साथ कोरबा वन मण्डल में भी हरे बांसों की अवैध कटाई की सूचना उन्हें मिली है। उन्होंने आरोप लगाया है कि दोनों वन मण्डल में सुनियोजित रूप से अवैध बांस कटाई कर करीब चार करोड़ रूपयों का भ्रष्टाचार किया गया है, जिसकी सर्वदलीय विधायकों की समिति से जांच कराने की मांग की जायेगी।
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