अवैध खनन से उखड़ी कब्रें: रेत माफिया की मनमानी का लोगों ने जताया विरोध
कोरबा 21 दिसंबर। शहर के मोतीसागरपारा रेत खदान के बंद होने के बाद रात के अंधेेरे में वहां से अवैध खनन-परिवहन कर रहे रेत माफिया ने कई कब्र उखाड़ दी। मंगलवार की सुबह क्षेत्र के आक्रोशित लोगों ने खनन स्थल पहुंचकर विरोध जताया। रेत माफिया वहां से भागा निकला। मामले में पुलिस ने रेत माफिया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
शहर के दोनों रेत खदान मोतीसागरा पारा व गेवरा घाट बारिश के बाद भी नहीं खुली है। इस वजह नगरीय निकाय को हैंडओवर करने के लिए ऊपर से मंजूरी नहीं मिलनी है। दूसरी ओर शहरी व उपनगरीय क्षेत्रों में रेत की किल्लत के कारण माफिया सक्रिय हैंए जो रात के अंधेरे में नदी.नाला के किनारे से अवैध रेत खनन-परिवहन कर रहे हैं। मोतीसागर पारा रेत खदान से भी रात के अंधेरे में ट्रैक्टर के जरिए रेत निकाला और खपाया जा रहा था। मंगलवार की सुबह जब लोगों की नजर पड़ी, तो वहां से कई कब्र उखड़ चुकी थी और अस्थियां गायब हो चुकी थी। वहीं कई कब्र टूटी पड़ी थी। इससे लोग आक्रोशित हो गए। वे खनन स्थल पहुंचे, जहां रेत माफिया की ट्रैक्टर.ट्राली लगी थी। लोग कब्रिस्तान वाले जगह पर खुदाई का विरोध करने लगे तो रेत माफिया अपने लोगों के साथ वहां से भाग निकला। लोगों ने वार्ड पार्षद सुफल दास महंत के साथ कोतवाली पहुंचकर अवैध रेत खनन से कब्र गायब होने की शिकायत की। उन्होंने सज्जाद खान का नाम बताया। पुलिस ने मौका मुआयना व लोगों के बयान के आधार पर आरोपी सज्जाद खान के खिलाफ धारा 297 का केस दर्ज कर लिया है।
सीतामढ़ी निवासी ऋषभ गिरी गोस्वामी के मुताबिक उनके पिता की मौत 10 साल पहले हुई। मोतीसागरपारा में हसदेव नदी किनारे मुक्तिधाम में परिवार ने उनका शव दफनाकर अंतिम संस्कार किया। परिजन हर साल कब्र पर पहुंचकर पूजा.पाठ करते थे, पर अवैध रेत खनन करने वालों ने उक्त कब्र को तोड़कर गायब कर दिया। इससे परिवार आहत हुआ है। लोगों की भावना से खिलवाड़ करने वाले के खिलाफ प्रशासन.पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।