मेगा परियोजना से कोयला उत्पादन और उठाव टारगेट को पूरा करने जुटा एसईसीएल प्रबंधन
कोरबा 19 दिसम्बर। एसईसीएल प्रबंधन मौजूदा वित्तीय वर्ष के 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन और उठाव के टारगेट को पूरा करने में जुटा है। इस कवायद में कोरबा जिले की मेगा परियोजनाओं से कोयला उत्पादन ने रफ्तार पकड़ी है। जिसकी वजह से सर्वाधिक उत्पादन और डिस्पैच का रिकार्ड कायम किया जा रहा है। एसईसीएल की खदानों से रोजाना लक्ष्य के मुकाबले ज्यादा कोयला उत्पादन किया जा रहा है।
अब तक दिसंबर माह के लक्ष्य से अधिक कोयला खनन किया जा चुका है। एसईसीएल को दिसंबर में 15.50 मिलियन टन कोयला उत्पादन का टारगेट दिया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने खदानों से 5 लाख टन बिजली उत्पादन करना है। इसके मुकाबले एसईसीएल रोजाना 5 लाख 40 हजार टन तक उत्पादन कर रहा है। जिसकी वजह से अब तक की स्थिति में इस माह अब तक लक्ष्य के मुकाबले अधिक उत्पादन किया जा चुका है। एसईसीएल के कोयला उत्पादन और उठाव का 80 फीसदी से अधिक लक्ष्य जिले की मेगा परियोजनाओं से पूरा किया जाना है। अब लगभग साढ़े तीन माह में एसईसीएल को भारी भरकम लक्ष्य को पूरा करना है। इसका प्रयास भी किया जा रहा है।
इस कड़ी में दीपका एरिया ने 14 दिसंबर को इस वित्तीय वर्ष का एक दिन का सर्वाधिक उत्पादन किया है। परियोजना से एक लाख 21 हजार 64 टन कोयला का उत्पादन किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में गत 10 दिसंबर को उत्पादित एक लाख 5 हजार 310 टन उत्पादन के रिकार्ड को तोड़ा गया। इसी तरह कुसमुंडा परियोजना ने वित्तीय वर्ष में एक दिन का सर्वाधिक एक लाख 34 हजार टन कोयला डिस्पैच का रिकार्ड 13 दिसंबर को कायम किया है। इस दिन कुसमुंडा से सर्वाधिक 24 रैक भी पावर संयंत्रों के लिए भेजी गई।